“इजरायल-हमास युद्ध: गाजा का बुनियादी ढांचा तबाह, 70 साल पीछे धकेला; 41 लाख लोग गरीबी से प्रभावित”
इजरायली हमलों के चलते भारी तबाही मची है। संयुक्त राष्ट्र की नई रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि इन हमलों ने गाजा को लगभग 70 साल पीछे धकेल दिया है।
इजरायल-हमास युद्ध: गाजा पर तबाही की नई रिपोर्ट
इजरायली हमलों का प्रभाव
हमास के खिलाफ गाजा पर इजरायली हमलों के चलते भारी तबाही मची है। संयुक्त राष्ट्र की नई रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि इन हमलों ने गाजा को लगभग 70 साल पीछे धकेल दिया है। 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमास के हमले के बाद इजरायल ने युद्ध का एलान किया था, और उसके परिणामस्वरूप गाजा का बुनियादी ढांचा पूरी तरह से तबाह हो गया है।
बुनियादी ढांचे का विनाश
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) और पश्चिमी एशिया के संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (UNESCWA) द्वारा जारी की गई ताजा रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में लगभग 60 फीसदी इमारतें नष्ट हो चुकी हैं। यह आंकड़ा इस बात का स्पष्ट संकेत है कि युद्ध ने कितनी व्यापक तबाही मचाई है। इमारतों के साथ-साथ, लगभग 57 फीसदी कृषि भूमि भी तबाह हो चुकी है, जिससे खाद्य सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता पर गहरा असर पड़ा है।
मानवता पर प्रभाव
इस संकट का सबसे बड़ा प्रभाव स्थानीय लोगों पर पड़ा है। रिपोर्ट के अनुसार, युद्ध के परिणामस्वरूप 41 लाख लोग गरीबी से प्रभावित होंगे। इस स्थिति ने न केवल आर्थिक संकट को बढ़ाया है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है। गाजा में लोग अब बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जैसे कि भोजन, पानी और चिकित्सा सेवाएं।
भविष्य की चुनौतियां
गाजा के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया अत्यंत कठिन होगी। बुनियादी ढांचे के इस स्तर के विनाश के बाद, लंबे समय तक चलने वाले पुनर्वास कार्यक्रमों की आवश्यकता होगी। यह सुनिश्चित करने के लिए कि लोग अपनी ज़िंदगी को पुनः सामान्य बना सकें, अंतरराष्ट्रीय सहायता और सहयोग की जरूरत होगी।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस स्थिति पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया भी महत्वपूर्ण है। कई देशों और मानवाधिकार संगठनों ने इस संघर्ष के कारण मानवता के संकट की निंदा की है और गाजा के लिए तत्काल मानवीय सहायता की मांग की है। लेकिन इसके साथ ही, दीर्घकालिक समाधान की आवश्यकता भी है, ताकि भविष्य में ऐसे संकट से बचा जा सके।
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गाजा में हो रही तबाही एक गंभीर मानवीय संकट का संकेत है। यह न केवल युद्ध के परिणामस्वरूप बुनियादी ढांचे के नुकसान का मुद्दा है, बल्कि इसके परिणामस्वरूप होने वाली गरीबी और मानवीय संकट भी महत्वपूर्ण हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर सहयोग और समर्पण की आवश्यकता है। गाजा की पुनर्निर्माण प्रक्रिया में समय लगेगा, लेकिन इसकी आवश्यकता अब अधिक महसूस की जा रही है।