गुरुग्राम : साइबर सिटी बनी साइबर क्राइम सिटी, हर दिन ठगे जाते हैं 30 लोग
- साइबर सिटी बनी साइबर क्राइम सिटी
- गुरूग्राम का साइबर थाना सफेद हाथी साबित हुआ
- हर रोज़ 30 से ज्यादा शिकायतों का लग रहा है अम्बार
- 30 से ज़्यादा लोगों के साथ हो रही है ऑऩलाईन ठगी
- अब तक मिली 10 हजार से ज्यादा शिकायते
- लॉटरी निकलने व जॉब दिलाने के नाम पर खूब हुई ठगी
- हर दिन 30 लोग ठगे गए ऑनलाइन, 1 साइबर थाना नाकाफी
- आर्थिक राजधानी बनी साईबर क्राईम राजधानी
प्रदेश की आर्थिक राजधानी अब प्रदेश की साईबर क्राईम राजधानी बन गई हैं | ये हम नही बल्कि गुरूग्राम साईबर थाने के आकडे कह रहे हैं | गुरूग्राम में सबसे ज्यादा हर रोज 30 से ज्यादा लोगों के साथ ऑनलाईन ठगी हो रही हैं | डेढ साल में अब तक गुरूग्राम के साईबर थाने में 10 हजार से ज्यादा ऑनलाईन ठगी की शिकायते आ चूकी हैं |
प्रदेश का पहला साईबर थाना गुरूग्राम में मार्च 2018 में खोला गया था | ताकि लोगों के साथ ऑलनाईन ठगी को रोका जाये | लेकिन गुरूग्राम के थाने में 50 के करीब कर्मचारियों के बाद भी शिकायतों के ऐसा अंबार लगा हैं कि हर रोज गुरूग्राम में 30 से ज्यादा लोगों को हर साईबर क्राईम के लूटेरे अपना शिकार बना रहे हैं | गुरूग्राम साईबर थाने में साल 2018 में 4620 शिकायते आई तो साल 2019 में 8912 जबकि 2020 में अब तक 312 लोगों के साथ ठगी हो चूकी हैं | शिकायतों की बात करे तो अब तक 13844 शिकायते मिली चूकी हैं | जिसमें से पुलिस ने 12 हजार से ज्यादा शिकायतों का निपटारा कर दिया हैं | तो वही 2 करोड से ज्यादा रूपये की ठगी अब तक ऑनलाईन लूटेरे लूट चुके हैं | साईबर थाने पुलिस ने कार्रवाही करते हुए 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर अब तक 12 लाख रूपये की ही रिकवरी करने में कामयाब रही हैं |
सिटी में साइबर क्राइम इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि यहां खुला एक साइबर थाना इन्हें हल करने के लिए कम पड़ रहा है। पुलिस आंकड़ों की मानें तो साल 2019 में हर दिन 30 लोग पुलिस के पास ठगी की शिकायत लेकर पहुंचे। किसी को जालसाजों ने ऑनलाइन ठगा तो किसी को लॉटरी व जॉब का लालच देकर शिकार बनाया। पुलिस को फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाने, सेक्सुअल हरासमेंट समेत साल 2019 में कुल 8912 से अधिक शिकायतें पूरे साल के दौरान मिलीं। हालांकि पुलिस का दावा है कि इनमें से करीब 7700 शिकायतों का निपटारा कर दिया गया। पूरे साल में कुल 118 शिकायतें पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत दर्ज कीं। साइबर क्राइम थाने से मिले आंकडों की मानें तो शहर में सबसे अधिक मामले ऑनलाइन बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड फ्रॉड व मोबाइल से ठगी के हैं।
लॉटरी निकलने, जॉब दिलाने के नाम पर ठगी के भी करीब 350 मामले पूरे साल के दौरान सामने आए। इंटनेट के जरिये खाते से ठगी के भी करीब 500 मामले पुलिस को मिले। वहीं, फर्जी वेबसाइट बनाने के 138, वेबसाइट हैक के करीब 50, डेटा चुराने के करीब 80, पोर्न विडियो भेजने या फोटो से छेड़छाड़ कर अपलोड करने के भी 100 से अधिक शिकायतें पुलिस को मिलीं।
- आप कैसे साईबर क्राईम के शिकारे होने से बच सकते है चलिए हम आपको बताते हैं
- ओएलएक्स या अन्य ऐप पर कोई तुरंत एडवांस पेमेंट करने को कहे तो सतर्क हो जाएं
- अपने खाते या मोबाइल वॉलेट की जानकारी किसी को न दें
- मोबाइल वॉलेट ऐप में सिक्यॉरिटी ऑप्शन को ऑन रखें
- मोबाइल पर मेसेज से आए लिंक पर क्लिक न करें, क्योंकि ऐसा करते ही खाते से रुपये निकल जाएंगे
- अगर कोई मोबाइल पर किसी ऐप को डाउनलोड करने को कहे तो ऐसा बिलकुल न करें
इन मामलों को देखते हुए गुरूग्राम पुलिस ने आम लोगों से सावधानी और सतर्कता बरतने की अपील भी की हैं | पुलिस ने लोगों से कहा की किसी के साथ भी अपना पासवर्ड और OTP शेयर ना करे और सावधानी के साथ ही अपना ऑनलाईन लेनदेन करे | इसके अलावा, लोगों को जागरूक करने के लिए पुलिस ने करीब 20 वर्कशॉप साइबर क्राइम थाना पुलिस की टीम ने अलग-अलग कंपनियों व अन्य जरूरी जगहों पर जाकर की। लगातार पुलिस लोगों को साईबर क्राईम के प्रति जागरूक भी कर रही हैं |