Tirupati लड्डू विवाद: SIT करेगी जांच

Tirupati मंदिर के प्रसिद्ध लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी वाला घी और फिश ऑयल की संभावित मिलावट के मामले में विवाद बढ़ता जा रहा है।

अमरावती: Tirupati मंदिर के प्रसिद्ध लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी वाला घी और फिश ऑयल की संभावित मिलावट के मामले में विवाद बढ़ता जा रहा है। इस संदर्भ में आंध्र प्रदेश सरकार ने एक नौ सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। यह कदम तब उठाया गया जब यह आरोप लगाए गए कि प्रसाद में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं में चिंता और असंतोष का माहौल बन गया है।

मुख्यमंत्री नायडू ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए SIT के गठन का आदेश दिया। SIT का नेतृत्व गुंटूर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी करेंगे। टीम में विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ शामिल होंगे, ताकि जांच प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाया जा सके। SIT को यह अधिकार दिया गया है कि वह किसी भी सरकारी विभाग से प्रासंगिक जानकारी और मदद मांग सके, जिससे जांच में तेजी आए।

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Tirupati मंदिर का लड्डू प्रसादम न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह लाखों भक्तों के लिए श्रद्धा का प्रतीक भी है। ऐसे में यदि किसी भी प्रकार की मिलावट की पुष्टि होती है, तो यह न केवल मंदिर की छवि को प्रभावित करेगा, बल्कि भक्तों के विश्वास को भी चोट पहुँचा सकता है। इसलिए, सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द जांच पूरी करने का निर्णय लिया है।

विभिन्न धर्म और आस्था के लोग Tirupati मंदिर में श्रद्धा के साथ आते हैं और लड्डू का प्रसाद लेकर जाते हैं। ऐसे में इस तरह के विवाद का प्रभाव सामाजिक सद्भाव पर भी पड़ सकता है। सरकार ने यह सुनिश्चित करने का वचन दिया है कि जांच निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जाएगी, और यदि किसी प्रकार की गड़बड़ी पाई जाती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस विवाद ने Tirupati लड्डू के प्रति श्रद्धालुओं की भावना को प्रभावित किया है, और अब सभी की नजरें SIT की जांच पर टिकी हैं। श्रद्धालु उम्मीद कर रहे हैं कि जांच के निष्कर्षों से सत्यता सामने आएगी और उनकी आस्था को कोई ठेस नहीं पहुंचेगी।

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