“Nitin Gadkari ने बताया, PM बनने का ऑफर किसने दिया?”
Nitin Gadkari का यह बयान उनके राजनीतिक दृष्टिकोण और आदर्शों की ओर इशारा करता है।
Nitin Gadkari, वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री, ने हाल ही में अपने एक साक्षात्कार में पीएम बनने के प्रस्ताव के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें जून में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद प्रधानमंत्री बनने का प्रस्ताव मिला था, तो गडकरी ने सवाल को टालते हुए कहा कि इस विषय पर पता लगाने का काम वे मीडिया कर्मियों पर छोड़ते हैं।
जैसे ही साक्षात्कारकर्ता ने उनके सामने यह सवाल रखा कि क्या इस प्रस्ताव का संबंध विपक्षी नेताओं, जैसे शरद पवार या सोनिया गांधी से था, Nitin Gadkari ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर कोई अटकलें लगाना चाहता है तो वह इसके लिए स्वतंत्र है।
Nitin Gadkari ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री पद उनकी प्राथमिकता नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं अपनी विचारधारा से कतई समझौता नहीं करूंगा। प्रस्ताव स्वीकार करने का सवाल ही नहीं उठता।” उनका स्पष्ट संदेश था कि वह किसी भी तरह की राजनीतिक महत्वाकांक्षा से ऊपर हैं और अपनी मूल विचारधारा को प्राथमिकता देते हैं।
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केंद्रीय मंत्री ने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि एक बार एक राजनीतिक नेता ने उन्हें प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने का समर्थन देने की पेशकश की थी। लेकिन Nitin Gadkariने इसे ठुकरा दिया, यह कहते हुए कि उनकी ऐसी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। उन्होंने कहा, “उस व्यक्ति ने कहा था कि ‘अगर आप प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं तो हम आपका समर्थन करेंगे।’ लेकिन मैंने पूछा, ‘आप मुझे पीएम क्यों बनाना चाहते हैं?'”
Nitin Gadkari का यह बयान उनके राजनीतिक दृष्टिकोण और आदर्शों की ओर इशारा करता है। उन्होंने कहा कि वह अपने विश्वास और संगठन के प्रति वफादार हैं, और किसी भी पद के लिए समझौता नहीं करने का इरादा रखते हैं।
इस प्रकार, Nitin Gadkari ने अपनी स्थिति को स्पष्ट करते हुए यह संदेश दिया कि उनका ध्यान राजनीति के उच्च पदों पर नहीं, बल्कि अपने विचारों और सिद्धांतों पर है। उनके लिए व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है उनकी विचारधारा और अपने संगठन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता।