केजरीवाल की ‘जनता की अदालत’ पर कांग्रेस का तंज, देवेंद्र यादव ने AAP प्रमुख से पूछे पांच सवाल
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने केजरीवाल से पांच सवाल पूछते हुए उनकी सच्ची मंशा पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस ने केजरीवाल की ‘जनता की अदालत’ पर उठाए सवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ‘जनता की अदालत’ पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने केजरीवाल से पांच सवाल पूछते हुए उनकी सच्ची मंशा पर सवाल उठाए हैं। यादव ने कहा कि यदि केजरीवाल को सत्ता और पद का लालच नहीं है, तो उन्हें जनता की अदालत में जाने की कोई आवश्यकता नहीं है।
यादव ने तंज करते हुए कहा, “यदि केजरीवाल सच में आम आदमी की भलाई के लिए चिंतित हैं, तो उन्हें सभी पदों से इस्तीफा देकर आम नागरिकों के बीच जाकर उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए।” उन्होंने यह भी पूछा कि केजरीवाल की ‘जनता की अदालत’ क्या सिर्फ एक राजनीतिक शो है, या वास्तव में वह जनता के मुद्दों को सुनने के लिए गंभीर हैं।
कांग्रेस नेता ने केजरीवाल से यह भी सवाल किया कि क्या उन्होंने कभी जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दी है या वे सिर्फ अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए यह सब कर रहे हैं। यादव के अनुसार, यह महत्वपूर्ण है कि नेता अपने कार्यों के प्रति जवाबदेह रहें और केवल दिखावे के लिए जनता के सामने न आएं।
इस प्रकार, देवेंद्र यादव के सवाल न केवल केजरीवाल की नीति और कार्यशैली पर सवाल उठाते हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता कितनी तीव्र है। कांग्रेस का यह तंज केजरीवाल के लिए एक चेतावनी हो सकता है कि उन्हें अपनी प्राथमिकताओं और कार्यों पर गंभीरता से विचार करना होगा।
- क्या जनता को गुमराह करने से केजरीवाल को मिली सुप्रीम कोर्ट की जमानत की शर्तें बदल जाएंगी?
- क्या जनता का वोट हासिल करके केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिल जाएगी?
- क्या जनता की अदालत को इवेंट बनाकर पेश करने पर केजरीवाल को ईमानदारी का सर्टिफिकेट जनता दे देगी?
- केजरीवाल का यह बयान कि जनता बाइज्जत मुझे बरी करेगी तभी वापस मुख्यमंत्री की कुर्सी बैठूंगा, क्या सुप्रीम कोर्ट की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला नही है?
- आबकारी घोटाले के आरोपित होने के नाते क्या उनका मुख्यमंत्री पद पर बैठना मर्यादित होगा?