देखिए : नीतीश कुमार को इस्तीफा क्यों देना चाहिए? बिहार में जदयू सरकार (2002-2024) के तहत प्रमुख अपराधों की सूची

जदयू सरकार के तहत अपराध की वृद्धि और सुरक्षा की स्थिति में लगातार गिरावट ने यह सवाल उठाया है कि क्या सरकार कानून-व्यवस्था को ठीक से संभालने में सक्षम है।

नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली जनता दल (युनाइटेड) (जदयू) सरकार ने 2002 से 2024 तक बिहार की सत्ता संभाली है। इस अवधि में, बिहार में अपराधों की स्थिति और कानून-व्यवस्था की समस्याएँ बढ़ी हैं। यहाँ पर जदयू सरकार के तहत विभिन्न वर्षों में हुई प्रमुख आपराधिक घटनाओं की सूची दी गई है, जो इस मुद्दे पर विचार करने के लिए एक संदर्भ प्रदान करती है:

जदयू सरकार के तहत प्रमुख अपराधों की सूची (2002-2024)

2002 – 2010

  1. धर्मनिरपेक्षता पर हमला – 2004
    • जगह: भागलपुर
    • घटना: सांप्रदायिक दंगों की स्थिति ने राज्य में सुरक्षा के मुद्दे को उजागर किया।
  2. बलात्कार की घटनाएँ – 2006
    • जगह: पटना
    • घटना: कई बलात्कार की घटनाएँ रिपोर्ट की गईं, जिनमें दोषियों को उचित सजा दिलाने में देरी हुई।
  3. हथियारों के साथ अपराध – 2009
    • जगह: मुजफ्फरपुर
    • घटना: संगठित अपराध और हथियारों के साथ अपराध की घटनाएँ बढ़ीं, जिसमें हत्या और लूट की घटनाएँ शामिल थीं।

2011 – 2020

  1. विधानसभा परिसर में हमला – 2013
    • जगह: पटना
    • घटना: विधानसभा परिसर में हुए हमले ने सुरक्षा व्यवस्था की कमियों को उजागर किया।
  2. लूट और हत्या की घटनाएँ – 2015
    • जगह: भोजपुर
    • घटना: दिनदहाड़े लूट और हत्या की घटनाएँ सामने आईं, जिनमें कई लोगों की जान गई।
  3. एसिड अटैक की घटनाएँ – 2018
    • जगह: दरभंगा
    • घटना: महिलाओं पर एसिड अटैक की घटनाएँ बढ़ीं, जो समाज की सुरक्षा के प्रति प्रशासन की विफलता को दर्शाती हैं।
  4. पुलिसकर्मी की हत्या – 2019
    • जगह: सहरसा
    • घटना: एक पुलिसकर्मी की हत्या की घटना ने कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए।

2021 – 2024

  1. महिला और बालक की हत्या – 2021
    • जगह: भागलपुर
    • घटना: महिला और बच्चों की हत्याएँ बढ़ीं, और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में देरी हुई।
  2. सार्वजनिक स्थान पर हिंसा – 2022
    • जगह: पटना
    • घटना: सार्वजनिक स्थान पर हिंसक झगड़े और दंगे, जिससे कई लोग घायल हुए और संपत्ति को नुकसान पहुँचा।
  3. भ्रष्टाचार और जमीन घोटाले – 2023
    • जगह: बिहार के विभिन्न क्षेत्र
    • घटना: जमीन के विवाद और भ्रष्टाचार की घटनाएँ सामने आईं, जिनमें सरकारी अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठे।
  4. किशोरों की हत्या – 2024
    • जगह: छपरा
    • घटना: किशोरों की हत्या की घटनाएँ और अपराधियों की गिरफ्तारी में कमी ने सुरक्षा की स्थिति को संदिग्ध बना दिया।

नीतीश कुमार को इस्तीफा क्यों देना चाहिए?

  1. कानून-व्यवस्था की विफलता: जदयू सरकार के तहत अपराध की वृद्धि और सुरक्षा की स्थिति में लगातार गिरावट ने यह सवाल उठाया है कि क्या सरकार कानून-व्यवस्था को ठीक से संभालने में सक्षम है।
  2. भ्रष्टाचार और प्रशासनिक विफलता: जमीन घोटाले और भ्रष्टाचार की घटनाएँ राज्य में प्रशासनिक विफलता को उजागर करती हैं, जो अच्छे शासन की कमी को दर्शाती हैं।
  3. समाज में असुरक्षा: महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा की बढ़ती घटनाएँ और सार्वजनिक स्थानों पर हिंसा ने नागरिकों के बीच असुरक्षा का माहौल पैदा किया है।
  4. अपराधियों की गिरफ्तारी में देरी: अपराधियों की गिरफ्तारी और न्याय की प्रक्रिया में देरी ने अपराधियों को मनमानी करने की छूट दी है।

निष्कर्ष
नीतीश कुमार की सरकार के तहत बिहार में अपराधों की बढ़ती संख्या और सुरक्षा की स्थिति की गिरावट ने इस्तीफे की मांग को बल दिया है। कानून-व्यवस्था, भ्रष्टाचार, और समाज की सुरक्षा के मुद्दों को देखते हुए, सरकार के खिलाफ आलोचना की जा रही है और एक नए नेतृत्व की आवश्यकता महसूस की जा रही है।

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