“राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तीन-राष्ट्र दौरे की अंतिम मंजिल पर पहुँचीं, 10 अगस्त को पहुंचीं तिमोर-लेस्ते”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 10 अगस्त को तिमोर-लेस्ते की यात्रा शुरू की, जो उनके तीन-राष्ट्र दौरे की अंतिम मंजिल है। इस यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति ने पहले न्यूजीलैंड और फिर फिजी का दौरा किया था।
नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 10 अगस्त को तिमोर-लेस्ते की यात्रा शुरू की, जो उनके तीन-राष्ट्र दौरे की अंतिम मंजिल है। इस यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति ने पहले न्यूजीलैंड और फिर फिजी का दौरा किया था।
राष्ट्रपति की यात्रा का उद्देश्य:
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के इस दौरे का उद्देश्य भारतीय विदेश नीति को मजबूत करना, द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करना, और क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है। न्यूजीलैंड और फिजी में की गई महत्वपूर्ण मुलाकातों के बाद, तिमोर-लेस्ते में भी कई महत्वपूर्ण बैठकों और चर्चाओं की योजना बनाई गई है।
न्यूजीलैंड और फिजी की यात्रा:
- न्यूजीलैंड: राष्ट्रपति मुर्मू ने न्यूजीलैंड में भारतीय समुदाय के साथ संवाद किया और वहां के अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। उनके दौरे से दोनों देशों के बीच व्यापार, शिक्षा, और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
- फिजी: फिजी में, राष्ट्रपति ने क्षेत्रीय सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, और विकास सहयोग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की। फिजी में आयोजित कार्यक्रमों ने भारत और फिजी के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत किया।
तिमोर-लेस्ते में संभावित कार्यक्रम:
तिमोर-लेस्ते में राष्ट्रपति मुर्मू के दौरे के दौरान, उनके द्वारा उच्चस्तरीय बैठकें आयोजित करने और तिमोर-लेस्ते के नेताओं से मुलाकात करने की संभावना है। इस यात्रा में भारतीय और तिमोरी प्रतिनिधियों के बीच द्विपक्षीय सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
उपलब्धियां और अपेक्षाएं:
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की इस यात्रा से भारतीय विदेश नीति को नया आयाम मिलेगा और क्षेत्रीय सहयोग में महत्वपूर्ण प्रगति होगी। तिमोर-लेस्ते की यात्रा के बाद, उनके तीन-राष्ट्र दौरे की समाप्ति के साथ, भारत की वैश्विक कूटनीति में एक नई दिशा और ऊर्जा देखने को मिलेगी।
इस यात्रा से भारतीय और तिमोरी संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ, भारत की क्षेत्रीय भूमिका और अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को भी सुदृढ़ किया जाएगा। राष्ट्रपति मुर्मू की इस यात्रा से कई महत्वपूर्ण साझेदारियों की संभावना है, जो भविष्य में दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं।