जब नरेंद्र मोदी ने विनीश फोगाट को बधाई दी उस पर जनता ने उठाए सवाल . . .

इस स्थिति ने कई लोगों को चौंका दिया और इसके पीछे के कारणों पर विचार करने के लिए लोगों की जिज्ञासा बढ़ गई।

पेरिस ओलंपिक में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट की अयोग्यता की खबर आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी, लेकिन बाद में ही विनेश को भी बधाई देने का संदेश भेजा। इस स्थिति ने कई लोगों को चौंका दिया और इसके पीछे के कारणों पर विचार करने के लिए लोगों की जिज्ञासा बढ़ गई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले पूरे देश को बधाई दी, जिसमें उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों की उत्कृष्टता और उनकी उपलब्धियों को सराहा। उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण की तारीफ करते हुए देशवासियों को गर्व महसूस कराया। इसके बाद, जब विनेश फोगाट की अयोग्यता की खबर सामने आई, तो कई लोगों ने यह सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री ने पहले बधाई क्यों दी और विनेश को व्यक्तिगत बधाई क्यों नहीं दी।

प्रधानमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा, “प्रधानमंत्री का उद्देश था कि पूरे देश के खेल उपलब्धियों को मान्यता दी जाए और सभी खिलाड़ियों की मेहनत की सराहना की जाए। विनेश फोगाट की स्थिति में हुई अयोग्यता के बावजूद, उनकी मेहनत और संघर्ष को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने अपने करियर में कई बार देश का नाम रोशन किया है और उनके प्रति सम्मान और समर्थन की भावना अपरिवर्तित रहती है।”

वहीं, विनेश फोगाट ने इस कठिन समय में भी प्रधानमंत्री के संदेश को सकारात्मक रूप में लिया और कहा, “मेरे लिए प्रधानमंत्री की बधाई और समर्थन बहुत मायने रखता है। मैं इस समय को स्वीकार करती हूं और भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रतिबद्ध हूं।”

यह घटनाक्रम यह दर्शाता है कि खेलों में जीत और हार दोनों ही सामान्य भाग हैं, और हर खिलाड़ी की यात्रा में उतार-चढ़ाव आते हैं। विनेश फोगाट की मेहनत और खेल के प्रति समर्पण की सराहना बनी रहती है, और देशवासियों की उम्मीदें हमेशा उनके साथ हैं।

पूरा देश , सारे देश की जनता ने एक दिन पहले से विनीश फोगाट को बधाई देना शुरू कर दिया था । सब लोगो के निगाहे नरेंद्र मोदी पर थी की कब नरेंद्र मोदी बधाई देने क्योंकि यह भारत के लिए बड़ा दिन हैं । नरेंद्र मोदी ने सबसे आखिर में विनीश फोगाट को बधाई दी । उन्होंने प्लेटफार्म X पर ट्वीट किया ।

“विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा हैं।

आज का झटका दुख देता है. काश शब्द उस निराशा की भावना को व्यक्त कर पाते जो मैं अनुभव कर रहा हूँ।

साथ ही, मैं जानता हूं कि आप लचीलेपन का प्रतीक हैं। चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है।

मजबूत होकर वापस आओ! हम सब आपके पक्ष में हैं.

@Phogat_Vinesh”

  • इसी पोस्ट के नीचे तीखे सवालों के कमेंट्स आए ।

“आपको पहले यह जवाब देना होगा कि पिछले साल उन पर लाठीचार्ज क्यों किया गया और सड़कों पर सोने के लिए मजबूर किया गया?

और आपने बृजभूषण को भाजपा से निलंबित नहीं किया?

अब आप अच्छी किताबों में शामिल होने के लिए सुरक्षित गेम खेल रहे हैं”

 

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