राहुल पर पलटवार: अनुराग ठाकुर ने गिनाए कांग्रेस के सात चक्रव्यूह के किरदार
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी सांसद अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को लोकसभा में बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी। इस दौरान उन्होंने सोमवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाषण पर पलटवार किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी सांसद अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को लोकसभा में बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी। इस दौरान उन्होंने सोमवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाषण पर पलटवार किया। ठाकुर ने राहुल गांधी के महाभारत, अभिमन्यु और चक्रव्यूह वाले वक्तव्यों पर निशाना साधा और नए किरदार भी गढ़े।
राहुल गांधी के सोमवार को दिए संबोधन पर टिप्पणी करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि अभिमन्यु का वध छह नहीं बल्कि सात महारथियों ने मिलकर किया था। उन्होंने कहा, “कुछ लोग एक्सिडेंटल हिंदू हैं और महाभारत का ज्ञान भी एक्सिडेंटल है। उस नेता के अलावा और कौन नहीं जानता कि अभिमन्यु का वध सात महारथियों ने मिलकर किया था- जयद्रथ, दुर्योधन, दुशासन, कर्ण, कृपाचार्य, द्रोणाचार्य, शकुनी। लेकिन राहुल गांधी ने महाभारत पढ़ी है या नहीं, यह तो पता नहीं, शायद देखी भी नहीं है।”
अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर तंज कसते हुए सात चक्रव्यूहों का जिक्र किया। उन्होंने इन सात किरदारों को कांग्रेस पार्टी के सात प्रमुख नेताओं से जोड़ा और उन्हें आज का चक्रव्यूह बताया। अनुराग ठाकुर ने इन्हें इस प्रकार बताया:
- कांग्रेस पार्टी
- देश के पहले प्रधानमंत्री – NG
- देश की पूर्व प्रधानमंत्री – IG
- पूर्व प्रधानमंत्री – RG1
- एसजी
- आरजी2
- एक अज्ञात सातवां किरदार
अनुराग ठाकुर ने इन सात चक्रव्यूहों के देश पर प्रभाव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “पहले चक्रव्यूह ने देश का विभाजन कराया। दूसरे ने कश्मीर की समस्या और चीन को भारत की भूमि सौगात में दी। तीसरे चक्रव्यूह ने देश को आपातकाल और पंजाब में अशांति दी। चौथे चक्रव्यूह ने बोफोर्स कांड और सिखों का नरसंहार किया। पांचवें चक्रव्यूह ने सनातन धर्म के प्रति नफरत का नैरेटिव बनाया और बड़े-बड़े घोटालों को संरक्षण दिया।”
ठाकुर ने आगे कहा, “छठे चक्रव्यूह ने देश की राजनीति, संसदीय परंपरा और संस्कृति को जितना नुकसान पहुंचाया, उतना इन पांचों चक्रव्यूहों ने नहीं किया। सातवें चक्रव्यूह का मैं नाम नहीं लूंगा।” उन्होंने कहा कि इन सातों चक्रव्यूहों ने देश को भुखमरी, गरीबी, आतंकवाद, और कट्टरपंथ के अनगिनत दुष्चक्रों में फंसा दिया था, जिससे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश को मुक्त कराया गया है।