“वायनाड भूस्खलन: 41 लोगों की मौत, सेना ने संभाला मोर्चा; बारिश का अलर्ट जारी”
"केरल के वायनाड जिले में भारी बारिश से भूस्खलन की घटनाएं; मंगलवार तड़के हुईं कई घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हुई, मृतकों में तीन बच्चे शामिल"
केरल में भूस्खलन: मलबे में दबे 100 से ज्यादा लोग, राहत कार्य जारी
केरल के वायनाड जिले में सोमवार रात भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन ने इलाके में गंभीर तबाही मचाई है। ताजा जानकारी के अनुसार, मलबे के नीचे 100 से ज्यादा लोग दबे हुए हैं, जिनकी खोजबीन और बचाव कार्य जारी हैं। इस त्रासदी में अब तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, और मृतकों की संख्या में और इजाफा होने की आशंका जताई जा रही है।
भूस्खलन की घटना के बाद प्रशासन और राहत दलों ने तुरंत कार्यवाही शुरू की। सेना, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा राहत बल), और स्थानीय बचाव दल मलबे में फंसे लोगों की खोज और उनके सुरक्षित निकासी के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। इसके साथ ही, मेडिकल टीमें भी मौके पर पहुंच गई हैं और घायल लोगों को प्राथमिक उपचार प्रदान किया जा रहा है।
वायनाड और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश जारी है, जिससे राहत और बचाव कार्यों में कठिनाई आ रही है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और भी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे स्थिति और भी विकट हो सकती है। प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस भयानक त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर है और प्रभावित क्षेत्रों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि राहत कार्य को तेज़ी से पूरा किया जाएगा और मलबे में फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा।
स्थानीय निवासियों और स्वयंसेवकों ने भी राहत कार्य में भाग लिया है, और उनके प्रयासों से कई लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे राहत कार्यों में सहायता करें और किसी भी प्रकार की अफवाहों से दूर रहें।
यह घटना केरल के लिए एक बड़ा संकट बन चुकी है, और हर कोई मिलकर इस कठिन घड़ी में प्रभावित लोगों की सहायता के लिए प्रयासरत है।