महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: एकनाथ शिंदे की 100 सीटों पर योजना, बीजेपी के लिए नई चुनौती
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियाँ तेज कर दी हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी शुरू कर दी है।
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियाँ तेज कर दी हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि सीट बंटवारे को लेकर अभी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है, शिंदे का यह कदम बीजेपी के लिए चिंता का विषय बन सकता है।
एनडीए और एमवीए में सीट बंटवारे की खींचतान
-
BJP ने राहुल गांधी पर पलटवार किया, कहा- कांग्रेस..November 21, 2024- 5:37 PM
-
Rahul Gandhi के प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिजली कटौती, कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंगNovember 21, 2024- 5:29 PM
महाराष्ट्र में एनडीए और एमवीए दो प्रमुख गठबंधन हैं। एनडीए में बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल हैं। सीट बंटवारे को लेकर दोनों गठबंधनों में आपसी तकरार चल रही है। एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की है, जो गठबंधन की राजनीति को प्रभावित कर सकती है।
2019 के चुनावों का पिछला समीकरण
2019 में, उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे एक साथ थे और शिवसेना ने 127 सीटों पर चुनाव लड़ा था। तब शिवसेना ने 65 सीटें जीती थीं, और शिंदे की नजर अब उन सीटों पर है। शिंदे 65 जीती हुई सीटों और दूसरे नंबर पर रहने वाली 56 सीटों पर भी अपनी नजर गड़ाए हुए हैं।
सर्वे और रिपोर्ट का आकलन
एकनाथ शिंदे ने अपनी पार्टी के नेताओं और मंत्रियों को विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए भेजा है। इन रिपोर्टों के आधार पर शिंदे तय करेंगे कि कौन से क्षेत्रों में पार्टी की स्थिति मजबूत है।
बीजेपी और अजित पवार की बातचीत
हाल ही में, अजित पवार ने अमित शाह से मुलाकात की और सीट बंटवारे पर चर्चा की। बीजेपी 150 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है, जिससे शिंदे की 100 सीटों पर तैयारी गठबंधन के भीतर एक दबाव की स्थिति पैदा कर सकती है।
वर्तमान स्थिति
महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी के 105, अजित पवार की एनसीपी के 42, और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के 40 विधायक हैं। सरकार बनाने के लिए 144 सीटों की आवश्यकता है, जो अकेले किसी भी पार्टी के पास नहीं है। इस संदर्भ में, सीट बंटवारे की रणनीति और गठबंधन की दिशा पर सभी की नजरें टिकी हैं।