“पठानकोट: सेना की वर्दी में चार संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में पंजाब पुलिस की सर्च अभियान”
"जम्मू और पंजाब में आतंकी हमलों के बाद, पठानकोट में सेना की वर्दी में दिखे चार संदिग्ध: पुलिस की सर्च अभियान तेज"
जमीन पर बिखरे चाँद के रोशनी के तहत, मामनू गांव की शांति को गहरे स्वाधीनता के साथ चारों ओर घेरा था। रात के अंत समय में, जब सभी आराम कर रहे थे, एक किसान ने एक अनोखे दृश्य को अपने आँखों से देखा।
वह चार व्यक्तियों को देखा, जो सेना की वर्दी में थे, मामनू के आसपास चारों ओर घूम रहे थे। किसान को देखकर वे उससे मामनू के रास्ते का पता पूछने आए थे। किसान ने बताया कि उन्होंने उन्हें देखा ही था, और उसके बाद उसे अनदेखा होने का अंदाजा था।
उस रात की घटना ने किसान को बहुत डराया था। उसने आगे कहा कि उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी थी, और उन्होंने तत्काल सर्च अभियान शुरू किया। पुलिस ने त्वरित कदम उठाकर संदिग्धों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया, जिससे समाज में सुरक्षा की भावना बढ़ी।
रात करीब ढाई बजे दिखे संदिग्ध
किसान ने बताया कि रात्रि लगभग 2 से 2:30 बजे के बीच उसे सड़क मे चार व्यक्ति दिखाई दिए। उन चारों ने आर्मी की भर्ती पहन रखी थी। उन चारों में से किसी एक व्यक्ति ने पानी लगाने वाले व्यक्ति पूछा कि आप रात के समय यहां क्या कर रहे हैं तो मैंने बोला कि धान को फसल को पानी लग रह रहा हूं।
किसान ने बताया मैं काफी डर गया था
उन व्यक्तियों ने पूछा कि मामून (Mamnu) को कौन सी सड़क जाती है तो पानी लाने वाले व्यक्ति ने कहा कि यह सीधी सड़क मामून को जाती है। फिर उन लोगों ने कहा कि इस रोड पर कुत्ते बहुत पड़ते हैं। यह बात करके वह चारों व्यक्ति द्वारा पीछे वापस जाने लगे। पानी लगाने वाले व्यक्ति ने बताया कि मैं उन लोगों से इतना डर गया था कि मैं अपनी टोर्च की लाइट तक बंद नहीं कर सका।
जब वह चारों वापस जाने लगे तो मेरी टोर्च की लाइट उनके पैरों पर पड़ी तो मैंने देखा कि उन लोगों ने लंबे-लंबे बूट पहन रखे थे और कीचड़ के साथ सभी बूट खराब हो चुके थे और उन चारों के पास हथियार भी थे और उन लोगों की लंबाई भी अच्छी थी। इस बाबत आज सुबह पुलिस ने सर्च अभियान चलाया।