Loksabha Elections 2024: निषाद बनाम निषाद की लड़ाई से दिलचस्प हुआ इस सीट का मुकाबला, जानिए जनता किसका करेगी राजतिलक
खलीलाबाद सीट पर बीजेपी ने प्रवीण निषाद को टिकट दिया है तो सपा ने पप्पू निषाद को टिकट देकर मुकाबले को रोचक बना दिया है
Khalilabad: संत कबीर की निर्वाण स्थली संतकबीरनगर सूबे के छोटे जिलों में शुमार है। इस जिले में तीन विधानसभाएं हैं और तीनों पर ही भाजपा और उसके सहयोगी दलों का कब्जा है। संतकबीरनगर जिला, खलीलाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यहां पर कभी भी किसी एक दल का कब्जा नहीं रहा है। यहां कभी भाजपा कभी सपा तो कभी बसपा ने जीत दर्ज की है।
बीजेपी ने प्रवीण निषाद को दिया है टिकट
बीजेपी ने एक बार फिर से प्रवीण निषाद पर भरोसा जताते हुए उन्हें लोकसभा का टिकट दिया है। प्रवीण को अभी तक एक बार भी हार का मुंह नहीं देखना पड़ा है। 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बन जाने के बाद गोरखपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ और उस चुनाव में प्रवीण सपा के टिकट पर चुनाव लडे और जीत दर्ज किए। फिर 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपनी पार्टी निषाद पार्टी का गठबंधन भाजपा के साथ कर लिया और खलीलाबाद से चुनाव लडे और जीत दर्ज की। इस चुनाव में उन्होंने बाहुबली भीष्म शंकर तिवारी को हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। अब एक बार फिर से भाजपा ने प्रवीण पर भरोसा जताया है।
सपा ने पप्पू निषाद को बनाया है प्रत्याशी
जातिगत कार्ड खेलते हुए सपा ने भी एक निषाद को टिकट देकर मुकाबले को रोचक बना दिया है। दरअसल, सपा ने यहां से पूर्व राज्यमंत्री लक्ष्मीकांत उर्फ पप्पू निषाद को टिकट दिया है। पप्पू 2012 के चुनाव में मेहदवाल से विधायक चुने गए थे और तत्कालीन सपा सरकार में मंत्री भी बनाए गए थे। उसके बाद से फिर कभी पप्पू को सपा ने टिकट नहीं दिया। लेकिन इस बार उन्हें टिकट देकर मुकाबले को निषाद बनाम निषाद बना दिया है।
जानिए खलीलाबाद का जातिगत समीकरण
मुस्लिम और पिछड़ी बाहुल्य इस सीट पर निषाद जातियों की अच्छी संख्या है। यहां पर करीब डेढ़ लाख के आसपास निषाद वोटर, करीब 6 लाख मुस्लिम वोटर, 1 लाख तीस हजार यादव वोटर और तीन लाख के करीब ब्राह्मण वोटर हैं। अब देखना दिलचस्प होगा की निषाद वोटर किसकी तरफ जाते हैं और किसका राजतिलक करते हैं।