आप नेता आतिशी का दावा – दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की रची साजिश।

दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने वाली है केंद्र सरकार, केजरीवाल के खिलाफ साजिश।

 

आज मैं इस प्रेस वार्ता के माध्यम से दिल्ली की जनता, देश की जनता को बताना चाहूंगी कि आपकी चुनी हुई सरकार, दिल्ली की जनता की चुनी हुई सरकार आम आदमी पार्टी की सरकार केजरीवाल की सरकार के खिलाफ एक बहुत बड़ा राजनीतिक षड्यंत्र प्लान किया जा रहा है

हमें विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है की आने वाले कुछ दिनों में केंद्र सरकार भारतीय जनता पार्टी शासित केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने वाली है इसके कई संकेत पिछले कुछ दिनों से दिख रहे हैं हम पिछले कई दिनों से देख रहे हैं की दिल्ली में किसी भी अफसर की पोस्टिंग नहीं हो रही है। जो IAS ऑफिसर है उनकी पोस्टिंग MHA द्वारा कंट्रोल्ड होती है लेकिन पिछले कई महीनो से किसी भी सीनियर IAS ऑफिसर की पोस्टिंग दिल्ली में नहीं हुई।

दू सरी बात दिल्ली के अंदर कई विभाग खाली है वहां पर अफसर पोस्टेड नहीं है लेकिन फिर भी दिल्ली के अंदर किसी भी अफसर को नहीं लगाया जा रहा।

तीसरी बात LG साहब MHA को बिना किसी कारण के बार-बार दिल्ली सरकार को लेकर चिट्ठियां लिख रहे हैं कहते हैं कि मंत्री मीटिंग पर नहीं आते मैंने चर्चा करनी है मीटिंग पर बुला रहा हूं यह मीटिंग पर नहीं आ रहे यह वही LG साहब है जो कोर्ट में खड़े होकर कहते हैं कि यह ट्रांसफर सब्जेक्ट है। मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है

तो जब आप कोर्ट में कहते हैं कि आपका पानी के मुद्दे से पॉल्यूशन के मुद्दे से कोई लेना देना नहीं है जब वह ट्रांसफर सब्जेक्ट है तो आप MHA में उसके बारे में चिट्ठी क्यों लिख रहे हैं।

चौथा दिल्ली सरकार के अफसरों ने मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट का बहाना बनाकर किसी भी मीटिंग में आना बंद कर दिया है चाहे वह कितने भी इंपॉर्टेंट मुद्दे पर हो।

आखिरी चीज हमने देखा कि किस तरह से एक 20 साल पुराने केस को उठाकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव को बर्खास्त कर दिया।

तो यह सारे लक्षण दिख रहे हैं की एक बहुत बड़ी साजिश हो रही है दिल्ली की सरकार को गिराने की साजिश हो रही है अरविंद केजरीवाल की सरकार को गिराने की साजिश हो रही है और दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश हो रही है और यही कारण है अरविंद केजरीवाल जी को झूठे आरोपों के साथ फर्जी आरोपों के साथ बिना किसी कारण के ईडी ने गिरफ्तार किया है केंद्र सरकार ने गिरफ्तार किया है।

भारतीय जनता पार्टी ने यह देख लिया की चाहे 2013 का चुनाव हो, 2015 का चुनाव हो, चाहे 2020 का चुनाव हो या 2022 में हुआ एमसीडी का चुनाव हो दिल्ली के लोग अरविंद केजरीवाल से प्यार करते हैं।

दिल्ली के लोग आम आदमी पार्टी को पसंद करते हैं और दिल्ली के लोग बीजेपी की हर संभव कोशिश के बाद अरविंद केजरीवाल को ही वोट देते हैं

भारतीय जनता पार्टी को यह पता चल गया है कि यह दिल्ली में चुनाव जीतने वाले नहीं है इसलिए यह लोग साजिश कर रहे हैं की दिल्ली की चुनी हुई सरकार को गिराना चाहते हैं।

दूसरा कारण अरविंद केजरीवाल की सरकार के खिलाफ जो षड्यंत्र हो रहा है।

वह अरविंद केजरीवाल की सरकार के काम चाहे वह बिजली फ्री देना हो, 24 घंटे बिजली फ्री देना हो, फ्री पानी देना हो, बच्चों को अच्छे सरकारी स्कूल देना हो, मोहल्ला क्लीनिक में फ्री इलाज देना हो, महिलाओं को फ्री बस यात्रा देना हो, बुजुर्गों को फ्री तीर्थ यात्रा देना हो, इनको पता है कि दिल्ली छोड़िए किसी भी अपने राज्य में यह ऐसी पॉलिसी को लागू नहीं करवा सकते।

सबसे ज्यादा इनको दिक्कत हो रही है अरविंद केजरीवाल जी के वादों से जो उन्होंने महिलाओं से वादा किया है कि हर महीने महिला को ₹1000 की आर्थिक सहायता मिलेगी।

लेकिन मैं भारतीय जनता पार्टी को चेतावनी देती हूं की दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना गैरकानूनी होगा, गैर संवैधानिक होगा और दिल्ली की जनता के जनादेश के खिलाफ होगा।

दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल जी को आम आदमी पार्टी को एक स्पष्ट जनादेश दिया है इस जनादेश के तहत कुछ ही दिन पहले 17 फरवरी को दिल्ली विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कर के कॉन्फिडेंस मोशन लाकर अरविंद केजरीवाल की सरकार ने अपनी मेजोरिटी को साबित किया है।

यह बिल्कुल साफ है कि भारत के संविधान के तहत किसी सरकार की मेजोरिटी होते हुए किसी सरकार के पास जब उनके हाउस का कॉन्फिडेंस होता है तो राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया जा सकता।

2016 में भी उत्तराखंड में जो राष्ट्रपति शासन लगा था तो उत्तराखंड हाई कोर्ट ने फ्लोट टेस्ट आर्डर किया था और सरकार के पास फ्लोर टेस्ट में कॉन्फिडेंस मोशन होने के बाद राष्ट्रपति शासन के आदेश को खारिज कर दिया गया था।

दूसरा मैं दिल्ली के लोगों को बताना चाहती हूं कि आपको इन राजनीतिक साजिशों से डरने की जरूरत नहीं है जब तक अरविंद केजरीवाल जी दिल्ली के बेटे के तौर पर खड़े हैं चाहे वह जेल के अंदर हो, चाहे वह जेल के बाहर हो वह दिल्ली वालों के हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे।

चाहे हमें इस लड़ाई को सरहद पर लड़ना पड़े चाहे कोर्ट में लड़ना पड़े चाहे हमें इस लड़ाई को संसद में लड़ना पड़े लेकिन दिल्ली वालों को उनका हक मिलकर रहेगा।

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