लखनऊ में इंटरनेट सेवाएं बहाल, प्रदर्शन में हुआ था करोड़ों का नुकसान!
उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद कई दिनों के लिए इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई थी । प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार सुबह से यह पाबंदी हटाकर इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है । इसके साथ ही जिला प्रशासन ने इन हिंसक प्रदर्शनों के दौरान हुए नुकसान का आंकलन भी किया है ।
लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के निर्देश पर नुकसान का मूल्यांकन करने के लिए एडीएम विश्वभूषण मिश्र के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था । जिला प्रशासन के अनुसार, 19 दिसंबर को प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और उपद्रव में तकरीबन साढ़े चार करोड़ का नुकसान हुआ है । इसके साथ ही प्रशासन ने नुकसान बरपाई के लिए 150 लोगों को नोटिस भेजा है । नोटिस मिलने वालों की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है ।
डीएम के अनुसार, नोटिस भेजे गए 150 लोगों से जवाब मिलने के बाद रिकवरी नोटिस भेजा जाएगा । इसके बाद आवश्यक स्थितियों में आरोपियों की संपत्ति कुर्क की जा सकती है । बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल 12 दिसंबर को कानून बन गया था । इसके बाद से ही देशभर में इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था । इस दौरान कई इलाकों में प्रदर्शन के दौरान हिंसा के मामले सामने आए । मामलों पर कार्यवाई करते हुए देश में कई संवेदनशील जगहों पर इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था । गुरुवार तक उत्तर प्रदेश के 21 जिलों में भी इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी ।