कोई बाहुबली का बेटा तो कोई पत्नी, 3 बागी MLA जिन्होंने तेजस्वी यादव को हरा दिया।
पटना: बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार की सरकार का शक्ति परीक्षण होने से पहले ही राजद को बड़ा झटका लगा है।
दरअसल तेजस्वी यादव गुट के तीन विधायकों यानी राजद के विधायक प्रहलाद यादव, नीलम देवी और चेतन आनंद ने अपना पाला बदलते हुए तेजस्वी यादव की पार्टी से किनारा कर लिया है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत एनडीए सरकार सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे। सुबह 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो राजद, भाजपा और जदयू तीनों दलों को उनके विधायकों ने टेंशन दे दिया। दरअसल, तीनों दलों के कुछ विधायक सदन में कार्यवाही शुरू होने के समय नहीं पहुंचे थे। इससे इन दलों में टूट-फूट को लेकर जो बातें हो रही थी ।
उसे और ज्यादा बल मिलने लगा है। राजद विधायक चेतन आनंद और नीलम देवी विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के समय वहां नहीं पहुंचे थे। वहीं जदयू के दिलीप राय और बीमा भारती जबकि भाजपा के मिश्रीलाल यादव, भागीरथी देवी और रश्मि वर्मा सदन में नहीं आए। इस बीच सोमवार सुबह चेतन आनंद के सीएम नीतीश से भी मिलने की खबर है। बिहार में भाजपा के 78 विधायक हैं जबकि जदयू के 45, हम के 4 और निर्दलीय 1 हैं जो एनडीए खेमे में हैं। वहीं महागठबंधन में राजद के 79, कांग्रेस के 19 और वाम दलों के 16 विधायक हैं। वहीं सदन में बहुमत साबित करने के लिए 122 विधायकों की जरूरत है। अब 7 विधायकों के गायब रहने से आंकड़ों में यह खेल बिगड़ सकता है या सबकुछ सत्ता के अनुरूप होगा इसे लेकर अब फिर से संशय की स्थिति बन गई है।
इसके पहले कथित तौर पर भाजपा विधायकों के नदारद होने की खबर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के शीर्ष नेतृत्व से बात कर उन्हें हड़काया. इसके बाद बिहार भाजपा के शीर्ष नेताओं में हड़कंप मच गया।देर रात होते होते सभी नेताओं से संपर्क हो गया. वहीं शाह ने सीएम नीतीश से भी बात किया। हालांकि इसे लेकर कोई भी एनडीए नेता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। चल पड़ा जदयू का ऑपरेशन खोज : आनंद मोहन के बेटे की शिकायत पर देर रात पुलिस तेजस्वी के घर विधायक चेतन आनंद की खोज में पहुंच गई और वहां से उन्हें मुक्त कराकर घर पहुंचाया गया।
दो जदयू विधायकों से भी रात होते होते तक संपर्क हो गया। कथित तौर पर आधी रात होते होते नाराज विधायक को टांग लिया गया।जदयू के जो विधायक गायब बताए जा रहे थे उनको पटना बुला लिया गया है और वे सभी नीतीश के पक्ष में वोट करेंगे।
हालांकि अब जो विधायक सदन से गायब हैं वे अगर वोटिंग के समय भी गायब रहते हैं तो जरुर खेला होने वाली बात सच साबित हो सकती है।