नवीन पेडगोजिक उपाय छात्रों के शिक्षण में मील का पत्थर साबित हो सकता है।

शिक्षा एक समृद्धि और समर्पण का क्षेत्र है जो समय-समय पर बदलता रहता है। आधुनिक युग में, छात्रों की आदर्श शिक्षा को बनाए रखने के लिए नए नवीन पेडगोजिक उपायों की आवश्यकता है। यह लेख नए और नवीन पेडगोजिक उपायों की चर्चा करेगा जो छात्रों को समझदार और सकारात्मक नागरिकता की दिशा में एक मजबूत आधार प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं।

1. अभिक्रियाशील शिक्षा:

अभिक्रियाशील शिक्षा का सिद्धांत यहां तक है कि छात्रों को सीधे संवाद, आत्म-निरीक्षण और सामूहिक सहयोग के माध्यम से सिखाना चाहिए। इसमें विज्ञान, गणित, और सामाजिक विज्ञान में उच्च स्तर की प्रेरणा को बढ़ावा दिया जाता है। छात्रों को अभियांत्रिकी और नवाचार की दुनिया में जोड़ने के लिए यह उपाय उत्कृष्ट है।

2. तकनीकी साधनों का सही से उपयोग:

आधुनिक शिक्षा में तकनीकी साधनों का सही से उपयोग करना छात्रों को नए अनुभवों की दिशा में मदद कर सकता है। उन्हें ऑनलाइन शिक्षा, वीडियो लेक्चर्स, और एप्लीकेशन के माध्यम से विभिन्न विषयों में अध्ययन करने का अवसर मिलता है। तकनीकी उपायों का सही से इस्तेमाल करके, शिक्षक और छात्रों के बीच संवाद और सहयोग बढ़ सकता है।

3. खेल-आधारित शिक्षा:

खेलों का सही से शिक्षार्थियों को सिखाने में महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। खेल-आधारित शिक्षा से छात्रों को समन्वय, टीम काम, और समस्या समाधान कौशल सिखने में मदद मिलती है। इसके माध्यम से, विद्यार्थी सिर्फ शैक्षिक गतिविधियों में ही नहीं, बल्कि खेल क्षेत्र में भी अपनी क्षमताओं को सुधार सकते हैं।

4. समृद्धि केंद्रित शिक्षा:

समृद्धि केंद्रित शिक्षा में छात्रों को उनकी रूचियों, प्रतिभाओं और रूपांतरण की क्षमता को पहचानने में मदद की जाती है। इस उपाय में, शिक्षकों को छात्रों के व्यक्तिगत जीवन में नई क्षमताओं का विकास होता है।

 

नोट –इस लेख में लिखे गए शब्द डॉ नेहा शर्मा के हैं। जो एसजी टी यूनिवर्सिटी में शिक्षिका  हैं ।

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