बांग्लादेश में इलेक्शन , देशभर में हिंसा की आशंका:
‘पॉलिटिकल पार्टियों’ हर वक्त एक दूसरे को ब्लेम करती रहती है और आम लोग मुसीबत झेलते हैं। देश के कैसन में हिंसा हो रही है। इसमें मैं सिर्फ विपक्षी पार्टी के सपोर्टर शामिल है बल्कि सरकार चला रही पार्टी के सपोर्टर भी शामिल है। पिछले 20 दिन में ही ऐसी घटनाओं में कम से कम तीन लोगों की मौत हो चुकी है और यही वजह है कि कई लोग पुलिंग बूथ पर जाने से परेशानी महसूस कर रहे हैं और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसके अलावा बीएमपी के चुनाव ना लड़ने से भी कई लोगों का चुनाव में इंटरेस्ट नहीं रहा है।
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में मजदूरी करने वाले मिजान मुंशी अपनी बातों में बांग्लादेश के इलेक्शन का पूरा माहौल बता देते हैं। बांग्लादेश में आज यानी 7 जनवरी 2024 को वोटिंग है।
सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी ‘बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी’ यानी (बीएनपी) इस बार चुनाव नहीं लड़ रही है। इसलिए प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग की लगातार चौथी जीत पक्की है। चुनाव आयोग ने कहा है की वोटिंग सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक होगी। नतीजा 8 जनवरी की सुबह से आना शुरू हो जाएंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी फेयर और फ्री इलेक्शन की मांग कर रही है। उसने शनिवार सुबह से 3 दिन की हड़ताल बुलाई है। यही वजह है वोटर डरे हुए हैं। बीएनपी की वाइस चेयरमैन निताई चौधरी ने कहा है कि शेख हसीना सरकार गले तक कैप्शन में डूबी है।
उन लोगों में डर है कि इलेक्शन वाले दिन हिंसा हो सकती है। बीएमपी के इलेक्शन ने लड़ने से भी लोग चुनाव से दूरी बना रहे हैं।