नीतीश कुमार की सरकार ने जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी कर दिए: बिहार
बिहार:बिहार में सात जनवरी 2023 से जाति आधारित जनगणना की प्रक्रिया शुरू हुई।बिहार में यह सर्वे करवाने की जिम्मेदारी सरकार के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट (जीएडी) को सौंपी गई है।
बिहार सरकार मोबाइल फोन ऐप के जरिए हर परिवार का डेटा डिजिटली इकट्ठा करने की योजना बना रही है।बेल्ट्रॉन बिहार स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड आईटी सहायता प्रदान करने वाली बिहार सरकार की एक एजेंसी ने मोबाइल ऐप विकसित करने के लिए महाराष्ट्र स्थित एक निजी फर्म ट्रिगिन टेक्नोलॉजीज की सेवाएं लीं। सरकार ने जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी कर दिए हैं।इसमें 36 फीसदी अत्यंत पिछड़ा, 27 फीसदी पिछड़ा वर्ग 19 फीसदी से थोड़ी ज्यादा अनुसूचित जाति और 1.68 फीसदी अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या बताई गई है।
बिहार में जातीय जनगणना का काम नीतीश सरकार पूरा कर चुकी है। सोमवार को मुख्य सचिव समेत अन्य अधिकारियों ने इसकी रिपोर्ट भी जारी कर दी है।
बिहार सरकार की तरफ से बिहार जाति आधारित जनगणना में कुल आबादी 13 करोड़ से ज्यादा बताई गई है। अधिकारियों के मुताबिक जाति आधारित गणना में कुल आबादी 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 बताई गई है।