गाजियाबाद के पॉश सोसाइटी में महिला गार्ड से गैंगरेप , मचा हड़कंप!
उत्तर प्रदेश: गाजियाबाद के हाई राइज सोसाइटी में महिला गार्ड से गैंगरेप की सनसनीखेज वारदात सामने आयी है। जानकारी के मुताबिक पीड़ित महिला गार्ड को अस्पताल में छोड़कर आरोपी भाग गए। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है ।
और दूसरे आरोपियों की तलाश जारी है।सिक्योरिटी सुपरवाइजर के साथ दो अन्य गार्ड भी शामिल थे। खबर है कि घटना से आहत पीड़ित युवती को जहर दिया गया है। झारखंड की रहने वाली युवती ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया।गाजियाबाद की पॉश इलाके सृष्टी सोसायटी में रविवार को एक 19 वर्षीय युवती के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया। दरअसल, युवती क्रासिंग रिपब्लिक क्षेत्र में अपनी मौसी के पास रहती थी और यहां सृष्टी सोसायटी में महिला गार्ड के रूप में नौकरी करती थी। आरोप है कि रविवार को सिक्योरिटी गार्ड कंपनी के सुपरवाइजर ने पहले युवती के साथ मारपीट की इसके बाद उसके साथ सोसायटी के बेसमेंट में बलात्कार किया। सिक्योरिटी में तैनात अन्य दो अन्य गार्डों ने भी युवती के साथ बलात्कार किया। जिसके बाद युवती की तबीयत बिगड़ गई। तीनों आरोपियों ने युवती की तबीयत बिगड़ने पर उसे यहां से दूर ग्रेटर नोएडा के अस्पताल में भर्ती करा दिया था। और मौके से फरार हो गए। युवती की तबियत ज्यादा बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया जहां सोमवार सुबह उसने दम तोड़ दिया, लेकिन मरने से पहले मजिस्ट्रेट द्वारा लिए गए बयान में युवती ने अजय का नाम लिया था।
अस्पताल द्वारा पुलिस को सूचित किया गया। अस्पताल पहुंची पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक आरोपी अजय को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अभी दो अन्य आरोपी फरार हैं। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि रविवार दोपहर सोसाइटी में तैनात सिक्योरिटी सुपरवाइजर और दो अन्य गार्डों द्वारा महिला सुरक्षाकर्मी के साथ मारपीट की गई विरोध करने पर उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम देने के बाद युवती की हालत बिगड़ने पर उसे ग्रेटर नोएडा के अस्पताल में भर्ती कराया गया जिससे कि दूसरा जिला होने के कारण जांच में बाधा हो।
परिजनों का आरोप है कि सोसायटी के दूसरे कर्मचारियों ने मारपीट कर आरोपियों को भगा दिया है। एसीपी वेब सिटी सलोनी अग्रवाल की कहना है कि 19 वर्षीय युवती के साथ गलत कृत्य हुआ है। इस मामले में सिक्योरिटी सुपरवाइजर सहित दो अन्य के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है। एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है।
जबकि अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया है। उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।