सदन में जब अखिलेश और राजभर आमने सामने फिर जो हुआ वो देखने वाला विषय बन गया।
सपा प्रमुख ने आवाज देकर बुलाया, फिर हंसते हुए दोनों ने हाथ मिलाया।
उत्तर प्रदेश:पुराने दोस्त कितना प्यारा सा शब्द है, और यह सब कितना गहराई तक जाता है। यहां तक आप लोगों को पता है पुराने दोस्त तो पुराने दोस्त ही होते हैं।
पुराने दोस्त तब याद आते हैं जब आपको आपके नए दोस्त के व्यवहार या फिर उनसे आपकी कोई लड़ाई वगैरह हो जाती है और कुछ ऐसे पल गुजारे हैं। उन पुराने दोस्तों के साथ जो पल हम कभी भूलना नहीं चाहते और वह पल कभी वापस लौट कर नहीं आ सकता। ऐसे ही कुछ तस्वीर उत्तर प्रदेश के विधानसभा के अंदर देखने को मिली। कहते हैं की सियासत हर समय अपने रंग-ढंग बदलती रहती है राजनीति की पैनी नज़र हमेशा सियासी गलियारों की ओर तनी हुई होती है पेश है बदलती सियासत पर कुछ पंक्तियां
बुलंदी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है,बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी खतरे में रहती है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 2023 चल रहा है। रोजाना किसी नेता या मंत्री के मिलने या हंस कर कर बात करने पर मामला टूल पकड़ ले रहा है। आज विधानसभा सत्र का तीसरा दिन है। इस बीच हाल ही में NDA में शामिल हुए सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर की कुछ तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं। एक ओर जहां बीजेपी में मंत्री पद की उम्मीद लगाए ओम प्रकाश राजभर को डिजिटल कॉरिडोर के लोकार्पण के दौरान खड़े हुए देखा गया।
वहीं दूसरी तस्वीर में उन्हें सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुस्कुराते हुए मिलते देखा जा रहा है।तस्वीरो में अखिलेश और राजभर को आपस में हाथ मिलाकर मुलाकात करते देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर अखिलेश और राजभर की मुलाकात की इस तस्वीर के सामने आने के साथ ही कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। एक ओर राजनीति से जुड़े कुछ लोगों का मानना है।
कि अखिलेश लोकसभा चुनाव से पहले दूसरों दलों के साथ तालमेल बिठा कर बीजेपी के खिलाफ एक होने और ज्यादा से ज्यादा सीट जीतने की प्लानिंग कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर राजभर हाल ही में सपा का दामन छोड़ एनडीए में शामिल हुए हैं।