विवेचना पर जाने के दौरान दरोगा की हत्या
विवेचना से लौट रहे दरोगा की गोली मारकर हत्या कर दी, यूपी में अब पुलिस भी सुरक्षित नहीं है
चंदपुरा-पीथेपुर गांव के मध्य बृहस्पतिवार शाम करीब 8:15 बजे, फिरोजाबाद के अरांव थाने में तैनात उपनिरीक्षक दिनेश कुमार मिश्रा (55) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह अरांव-मैनपुरी मार्ग पर स्थित गांव चंदपुरा में दहेज उत्पीड़न के मामले की चर्चा करने के लिए बाइक पर धीरज शर्मा के साथ लौट रहे थे।
हत्या करने के बाद एक अज्ञात बाइक चालक भाग गया। हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हुई है। मिश्रा, कन्नौज के थाना इंदरगढ़ के गांव सदाअतपुर से थे और अरांव थाना में कार्यरत थे। लौटने पर वे अपनी बाइक खुद चला रहे थे।
सीने में गोली लगने पर मिश्रा गिर पड़े। सूचना मिलते ही एसपी देहात कुमार रणविजय सिंह, सीओ सिरसागंज प्रवीण तिवारी और थाना प्रभारी अरांव सहित कई थानों की सेना मौके पर पहुंची। घायल दारोगा को सरकारी ट्रामा सेंटर में उपचार दिया गया। यहीं वे मर गए।
बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए चार टीमें बनाई गईं
घटना के बाद जिला अस्पताल पहुंचे एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि एसओजी सहित चार टीमें बदमाशों को पकड़ने के लिए बनाई गई हैं। बदमाशों के खिलाफ गैंगस्टर कानून लागू होगा। देर रात आईजी भी घटनास्थल पर पहुंचे। मिश्रा के साथ बाइक पर पीछे बैठे धीरज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। युवक से पुलिस पूछताछ कर रही है।
बदमाशों ने सूने रास्ते में वारदात को अंजाम दिया
जिस तरह से दरोगा दिनेश मिश्रा की हत्या हुई है, उसे देखकर लगता है कि बदमाशों ने इस स्थान को गोली मारने के लिए पहले से ही चुना था। बदमाशों ने दरोगा की रेकी की। वह शाम को दरोगा के विवेचना पर जाते समय उनका पीछा करता था। दरोगा को घात लगाकर बैठे बदमाशों ने सूनसान अरांव से पीथेपुर रोड पर गोली मार दी। पुलिस को शक है कि दरोगा को जिस तरह गोली मार दी गई, वह किसी नजदीकी से हो सकता है। हाल ही में पुलिस की प्राथमिकी जांच में दारोगा के साथ चलने वाले निजी कर्मचारी धीरज शर्मा को गिरफ्तार किया गया है।
परिवार आगरा के कालिंदी विहार में रहता है
इससे पहले, दरोगा हेड मोहर्रिर थे। वह कुछ समय पहले ही फिरोजाबाद में दरोगा बन गए थे। दरोगा के बेटे मोहित मिश्रा ने कहा कि वह आगरा में रहकर पढ़ाई कर रहा है और कई थानों में तैनाती के दौरान कालिंदी विहार में अपना घर बनाया था।
IGP ने कहा कि घटना जल्द ही घोषित की जाएगी।
रात में दरोगा की हत्या की खबर सुनकर आईजी दीपक कुमार अरांव घटनास्थल पहुंचे। वहाँ लोगों से चर्चा की। साथ ही घटना का साक्ष्य देखें। जब वह पोस्टमार्टम में पहुंचा, आईजी ने एसएसपी आशीष तिवारी से घटना को जल्द से जल्द बताने को कहा।
दरोगा के साथ बैठे धीरज ने ही पुलिस को जानकारी दी।
दारोगा ने धीरज शर्मा को बाइक पर पीछे रखा था। उसने पहले क्षेत्रीय पुलिस को घटना बताई। तुरंत उनके बेटे मोहित को बताया कि उनके पिता को दुर्घटना हुई है।
2016 में एक पुलिस मुठभेड़ में गोली चली
दरोगा के बेटे मोहित ने बताया कि पिता दिनेश मिश्रा को 2016 में भी एक मुठभेड़ में गोली लगी थी। उस समय वह रकाबगंज थाने की ईदगाह चौकी में थे। उस समय उसके पेट में गोली मार दी गई थी। उस समय भी उनका उपचार करीब दो महीने चला था। मोहित घटनाक्रम की अधिक जानकारी नहीं दे पा रहा है।