अपने ही दफ्तर में क्यों कैद हुए समाजवादी पार्टी के नेता !
समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अपने दी दफ्तर में आज कैद रहे । वो भी एक दो मिनट नहीं, करीब दो घंटे तक। मामला अमेठी का है। जहां धारा 144 लागू होने के बावजूद पार्टी के कार्यकर्ता और स्थानीय नेता बैठक के लिए जुटे थे। लेकिन वो इस बात से शायद अंजान थे कि नागरिकता कानून की लड़ाई की आग उनके सूबे में भी पहुच चुकी है और शहर में धारा 144 लागू है। नेताओं की दलील थी की वो अपने दफ्तर में बैठक के लिए जुटे थे। लेकिन बैठक के बाद जैसे ही वो डीएम दफ्तर जाने के लिए बाहर निकले पुलिस ने उन्हें रोक दिया। उनकी योजना नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर राज्यपाल तक अपना ज्ञापन पहुंचाना था।
तभी मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक दयाराम सरोज ने पार्टी के जिलाध्यक्ष छोटे लाल यादव और जिला महिला महासचिव गुंजन सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं की तरफ से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन ले लिया।
छोटे लाल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आदेश पर समाजवादी पार्टी 18 बिंदुओं पर ज्ञापन दे रही है । जिसमें नागरिकता बिल विधेयक के विरोध के अलावा महिलाओं के साथ उत्पीड़न को रोकना शामिल है।