बारिश कम होने पर योगी ने दिया किसानों को आश्वासन
शनिवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विभिन्न जनपदों में अल्पवृष्टि के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी किसानों के खेत में हर समय पानी देना सरकार की पहली प्राथमिकता है। इसके लिए नदियों को चैनेलाइज करके नहरों में पानी दें। पानी हर समय नहर के टेल तक पहुंचने पर विशेष ध्यान देना चाहिए। बीच में कोई नहरों को काटने न पाए, इसके लिए पुलिस पेट्रोलिंग करें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के अन्नदाता किसानों का हित हमारी प्राथमिकता है, इसलिए अल्पवृष्टि के प्रभावों का सर्वे कराकर सटीक आकलन किया जाएगा। उनका कहना था कि जलाशयों में जमीन से सिल्ट हटाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अल्पवृष्टि में किसानों को अन्य वैकल्पिक फसलों की बुवाई के लिए प्रोत्साहित किया जाए और इस बात को भी सुनिश्चित किया जाए कि नलकूपों और पंप कैनाल्स को पर्याप्त विद्युत आपूर्ति है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि अल्पवृष्टि की पाक्षिक रिपोर्ट बनाकर केंद्र सरकार को भेजी जाए। उनका कहना था कि निजी ट्यूबवेल संचालकों को रेन वाटर निकालने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस वर्ष दक्षिण पश्चिम मानसून से अबतक 281.2 मिलीमीटर (सामान्य वर्षा का 84.3 प्रतिशत) वर्षा हुई है। कृषि मंत्री ने बैठक में बताया कि प्रदेश में अबतक 86.07 प्रतिशत धान की बुवाई हुई है।