बिहार पुलिस ने की प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग
बिहार पुलिस ने बिजली आपूर्ति में कटौती का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को नुकसान पहुंचाया एक की मौत-कई घायल
कटिहार में बुधवार को बिजली आपूर्ति बंद करने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे उपभोक्ताओं पर पुलिस ने फायरिंग की है। पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसमें से एक के मौत हो गई है। इसके बाद से माहौल तनावपूर्ण हो गया है। वहीं सूचना मिलने पर डीएम रवि प्रकाश मौके पर पहुंच रहे हैं।
बिहार में स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी के चलते बार-बार रिचार्ज खत्म होने और भयंकर गर्मी में बिजली आपूर्ति बंद किए जाने से बिजली उपभोक्ता त्रस्त हो गए हैं। बिजली आपूर्ति रोकने के विरोध में गुस्साए लोग बारसोई में पावर सब स्टेशन पर प्रदर्शन कर रहे थे। अधिकारियों की ओर से संतोषजनक जवाब न मिलने से भीड़ उग्र हो गई, जिस पर पुलिस ने गोलियां चला दीं।
पुलिस की ओर से प्रदर्शनकारियों पर की गई गोलीबार में एक व्यक्ति की जान चली गई, जबकि दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। मृतक की पहचान छेतना गांव निवासी मोहम्मद खुर्शीद निवासी के तौर पर हुई है। बारसोई एसडीओ ने एक की मौत और दो लोगों के जख्मी होने की पुष्टि की है, लेकिन पुलिस की ओर से की गई फायरिंग की बात से इनकार किया है। एसडीओ ने कहा कि उग्र भीड़ द्वारा पथराव में मौत और जख्मी होने की घटना हुई है। प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की सूचना मिलने पर प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा कटिहार पहुंचे। भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि राज्य में लाठी और गोली की सरकार चल रही है। बिजली की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोली चलाई गई। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। बलरामपुर के माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस को संयम से काम लेना चाहिए था। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे लोगों को भी भीड़ को नियंत्रित रखना चाहिए था। उन्होंने कहा कि एक की मौत और दो जख्मी होने की सूचना आई है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से मृतक के परिवार को 20 लाख मुआवजा दिए जाने की मांग की