साहूकार की पिटाई से मजदूर किसान की मौत
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में शनिवार को एक 50 वर्षीय किसान मेकचंद की एक साहूकार ने अपने परिवार के अन्य लोगों के साथ मिलकर पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर सनसनी फैला दी थी। जिसके बाद हत्या को अंजाम देकर हत्यारे मौके से फरार हो गए थे। घटना की सूचना पर गुसाए पीड़ित परिवार ने ग्रामीणों के साथ मिलकर मृतक के शव को सिखेड़ा गंग नहर के रास्ते पर रखकर जाम लगा दिया था जाम की सूचना पर आलाधिकारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे ग्रामीणों को बामुश्किल समझा-बुझाकर मामले को शांत कराकर मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। बताया जा रहा है कि ब्याज के 5 हज़ार रुपये की खातिर इस घटना को अंजाम दिया गया है।
दरअसल जानसठ कोतवाली क्षेत्र के गांव काटका निवासी एक 50 वर्षीय किसान मेकचंद की आज ब्याज के 5 हज़ार रुपये को लेकर सिखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव नगला मुबारकपुर के रहने वाले साहूकार सुधीर कुमार ने अपने भाई धर्मेंद्र, ओमकार और अपने बेटे लक्की के साथ मिलकर बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या की घटना को अंजाम दे डाला था। हत्यारों ने घटना को उस समय अंजाम दिया जब मृतक किसान खेत पर काम करने के लिए गया हुआ था। आरोप है कि हत्यारों ने पहले तो मृतक किसान मेकचंद की खेत पर पिटाई की और उसके बाद उसे अपने साथ अपने घर ले गए थे। किसान के परिजनों का आरोप है कि हत्यारों ने अपने घर ले जाकर भी मृतक किसान मेकचंद के साथ मार पिटाई की थी जिसके बाद आरोपियों ने मृतक किसान के घर फोन कर उसे ले जाने के लिए कहा था। जानकारी के मुताबिक मृतक किसान मेकचंद ने अप्रैल 2019 में अपनी बेटी की शादी के दौरान साहूकार सुधीर कुमार से 30 हज़ार रूपये ब्याज पर लिए थे। बताया जा रहा है कि जिसके बाद मृतक किसान ने 45 हज़ार रूपये साहूकार को चूका भी दिए थे लेकिन 5 हज़ार रूपये ब्याज के अभी भी बाकी थे जोकि आने वाले सोमवार को देने थे लेकिन इससे पहले ही साहूकार ने अपने परिजनों के साथ मिलकर किसान की हत्या को अंजाम दे डाला। हालांकि पुलिस सभी पहलुओं पर मामले की बारीकी से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी का दावा कर रही है।
इस बारे में जहाँ जानकारी देते हुए मृतक किसान की भाई किलोपाल ने बताया कि हमारे भाई के साथ ऐसा हुआ है कि अपना न्यार लेने गया था मजदूरी पर न्यार ले जाते हुए इन्होंने निकले वालों ने उसके साथ मारपीट की मारपीट करने पर इसे घर ले गए घर ले जाकर जब जब बिल्कुल दम तोड़ गया। जब जाकर घर वालों को फोन किया कि इसे उठाकर ले जाओ विवाद यह है ताकि इसकी लड़की का विवाह था। उससे दो चार हजार रुपए ले लिए होंगे उसका सुध भर रहा था मालिक वैसे भी इसके ऊपर विवाद हुआ हुआ है। उसका भाई हिस्ट्रीशीटर है ओमकार नाम का है सुधीर है वह भी ऐसा ही है हमारी मांग तो यह है जैसे हमारा मारा है ऐसे ही उसका एनकाउंटर करना चाहिए। हमारे सामने मार के ग़ैरदेंगे हम अपने की लाश को ले जाएंगे वह अपने की लाश ले जाएंगे।