यूपी में कलयुग की कामधेनु, बना चर्चा का विषय
उत्तर प्रदेश – पृथ्वी रहस्यों से भरी हुई है। जगह-जगह पर तमाम ऐसे उदाहरण देखने को मिल जाते हैं, जो कहीं न कहीं अपने पीछे अनसुलझे सवाल छोड़ जाते हैं। आपने कथा कहानियों में सुना होगा कि सतयुग, द्वापर और त्रेता युग में कामधेनु नामक गाय पाई जाती थी, जो एक प्रकार से इच्छित फल देने वाली होती थी।
कुछ ऐसे ही अमेठी जनपद के संग्रामपुर ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत ग्रामसभा ठेंगहा में रहने वाले भोलानाथ मिश्र के घर एक अनोखी गाय है, जिसने अभी तक कभी भी गर्भधारण नहीं किया और बच्चे भी नहीं दिया। इसके बावजूद वह पिछले 7 वर्षों से लगातार दूध देती चली आ रही है। उसमें भी सबसे बड़ी बात तो यह है कि गोपालक भोलानाथ मिश्र इस गाय से दिन भर में 4 से 6 बार दूध निकालते हैं। उसके बावजूद लगातार उस से दूध निकलता है। कहीं ना कहीं यह गाय लोगों की जिज्ञासा के साथ-साथ कुतूहल का विषय बनी हुई है।
दरअसल, अमेठी जनपद एवं तहसील क्षेत्र अंतर्गत ठेंगहा ग्राम सभा में रहने वाले गोकरन नाथ मिश्र के पुत्र भोलानाथ मिश्र के घर पर एक ऐसी गाय है जिसकी चर्चा हम करने जा रहे हैं। भोलानाथ मिश्र बताते हैं कि इस गाय का जन्म मेरे ही घर पर रक्षाबंधन के दिन हुआ था। इसलिए इसको हम लोग प्यार से राखी नाम से पुकारते हैं। बछिया के जन्म होने के लगभग 4 साल बीतने के उपरांत जब यह बड़ी हुई, तब उठते-बैठते इसके थन से दूध निकलता दिखाई देता था।
प्रारंभ में तो हम लोग डरे फिर हम लोगों ने पशु चिकित्सा अधिकारी से संपर्क किया तब उन्होंने बताया कि डरने की कोई बात नहीं है। यदि उस से दूध निकल रहा है, तो आप उसे निकालिए नहीं तो उसका स्वास्थ्य खराब हो जाएगा। जबकि इस गाय ने कभी भी गर्भधारण नहीं किया और कभी बच्चे नहीं दिए इसके बावजूद यह गाय पिछले 7 वर्षों से लगातार दूध देती चली आ रही है प्रारंभ में इस गाय ने दिन भर में लगभग 9 लीटर दूध दिया, लेकिन धीरे-धीरे कुछ कम हुआ और आज 7 साल पूरे होने के बाद भी यह दिन भर में लगभग 5 लीटर दूध देती है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इसके दूध में फैट जबरदस्त है लोग बताते हैं कि दूध बहुत मोटा है। गाय का दूध अक्सर पतला देखा जाता है।
जबकि भैंस का दूध मोटा होता है, लेकिन यह गाय दूध के मामले में अच्छी-अच्छी भैंसों को टक्कर देती है। भोलानाथ मिश्र इसे अपने आराध्य सहित माता-पिता और बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद मानते हैं। वहीं पर जब इस मामले की जानकारी जिले के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी जेपी सिंह को हुई। तो वह तत्काल डिप्टी सीवीओ (CVO) और पशु चिकित्सा अधिकारियों की पूरी टीम लेकर भोला नाथ मिश्रा के घर पहुंचे और वहां पर कामधेनु को देखा तथा गोपालक से बात करते हुए जानकारी हासिल किया इसके बाद उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए बताया कि ऐसा मामला बहुत ही रेयर देखने को मिलता है।
मुझे पता चला कि यह गाय गर्म होती है, लेकिन कंसीव नहीं करती है। इसके बाद इसका ऑक्सीटॉसिन लेवल लगातार बढ़ता गया इसी वजह से निरंतर दूध देती जा रही है। सामान्य प्रक्रिया में जब गोवंश गर्वित होता है तो उसका हार्मोन लेवल बढ़ जाता है। जिसकी वजह से दूध आता है। इस गाय का हारमोनल लेबल लगातार बना हुआ है इसीलिए यह लगातार दूध दे रही है ऐसा बहुत रेयर होता है। इसमें प्राकृतिक रूप से सिक्रेसन हो रहा है। भोला नाथ जी ने अभी हमको बताया कि अभी भी यह 5 लीटर के करीब दूध दे रही है। हमारे साथ पूरी टीम है हम लोगों का प्रयास है कि इसको गर्भित कराएं।
गर्भित होने के बाद यह सामान्य दूध देती रहेगी ऐसा मेरा विश्वास है। ऐसी अवस्था में दूध देने के नुकसान के विषय में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि दूध में जो शीक्रेशन नॉर्मल तरीके से होता है। वहीं इसमें भी हो रहा है। इसकी जो प्रजाति है, वह एचएफ क्रॉस की है दूध का जो कंपोजीशन होना चाहिए, वही इसमें भी है। इसलिए कोई भी प्रकार का नुकसान नहीं है।