मुजफ्फरनगर: डकैत राशिद पुलिस मुठभेड़ में ढेर
मुजफ्फरनगर पुलिस ने शाहपुर इलाके में शनिवार को 50 हजार के इनामी सिपहिया उर्फ राशिद को एनकाउंटर में मार गिराया। राशिद उर्फ सिपहिया पंजाब और यूपी की 3 संगीन वारदातों में वान्टेड था। 2020 में पंजाब के पठानकोट में राशिद उर्फ सिपहिया और उसके गैंग ने इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना के परिवार में डकैती डाली और 3 लोगो का कत्ल कर दिया था। इस मुठभेड़ में शाहपुर थानाध्यक्ष बबलू कुमार भी गोली लगने से घायल हो गए जिनका उपचार हॉस्पिटल में चल रहा है, पुलिस ने ढेर हुए बदमाश के कब्जे से एक बाइक व एक तमंचा और एक रिवाल्वर कारतूस सहित बरामद की।
दरअसल मामला शाहपुर थाना इलाके के सहाडूडी रोड का है जहां मुजफ्फरनगर में वारदात की रेकी के लिए आये राशिद उर्फ सिपहिया व उसके एक अन्य साथी से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। पुलिस और बदमाशों के बीच चली मुठभेड़ में शाहपुर थाने के थानाध्यक्ष बबलू कुमार हाथ में गोली लगने से घायल हो गए जिसके बाद दूसरी ओर से एसओजी की टीम ने घेराबंदी करते हुए मुठभेड़ में हत्यारा डकैत बदमाश राशिद को गोली लगने के बाद घायल कर दिया। वही घायल बदमाश सिपहिया उर्फ राशिद उर्फ चलता-फिरता को चिकित्सा के लिए अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। वही सिपहिया उर्फ राशिद का एक साथी मुठभेड़ के बीच फरार होने में कामयाब रहा। सिपहिया उर्फ राशिद के ऊपर मुजफ्फरनगर एसएसपी की ओर से 25 हजार और डीआईजी सहारनपुर अजय साहनी की ओर से 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। डीआईजी अजय साहनी ने बदमाश को ढेर करने वाली पुलिस टीम को शाबासी दी है। सिपहिया उर्फ राशिद को उसके गैंग में चलता-फिरता भी कहा जाता था. पंजाब और यूपी समेत राजस्थान के चुरू जिले के लुटेरों का यह गैंग कई राज्यों में वारदातें करने में सक्रिय था। छैमार जनजाति का यह गैंग लूट और डकैती के दौरान क्रूरता से हत्याओं को अंजाम देता है।
आपको बता दे कि 19 अगस्त 2020 की रात पठानकोट के माधौपुर थरियाल गांव में क्रिकेटर सुरेश रैना की बुआ के घर में सिपहिया उर्फ राशिद के गैंग ने हमला बोलकर डकैती डाली थी। वही वारदात के दौरान लाखों रूपये के जेवर और नकदी लूटी गयी और परिजनों को बुरी तरह पीटा गया, इस वारदात में सुरेश रैना के फूफा और फुफेरे भाई समेत 3 की मौत हो गयी। वारदात में रैना की बुआ समेत दो महिलाऐं गंभीर रूप से घायल थी जिनका महीनों अस्पताल में इलाज चलता रहा।