अडानी ग्रुप में लगा है मोदी का पैसा, मोदी ने लूट लिया देश… – केजरीवाल
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में खुले तौर पर कहा है कि अडानी ग्रुप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पैसा लगा हुआ है। उन्होंने दावा किया कि उन्हें यह बात भाजपा के एक बड़े नेता ने बतायी है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता ने सवाल किया कि आपको क्या लगता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दोस्त अडानी को बचाने के लिए इतनी कोशिश क्यों कर रहे हैं? जिस अडानी की हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद दुनिया भर में थू-थू हुई, उस पर बोलने से बच रहे हैं, जांच कराने से बच रहे हैं और अभी भी उसे कर्ज क्यों दिलाते जा रहे हैं? अभी भी इतना पैसा डूबने पर वह आरबीआई पर अडानी को कर्ज देने का दबाव बना रहे हैं। ईपीएफ पर दबाव बना रहे हैं। क्यों? दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वे अपने दोस्त को बचा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इस पर भाजपा नेता ने कहा कि जिस मोदी ने अपनी पत्नी के लिए कुछ नहीं किया, अपनी मां के लिए कुछ नहीं किया, अपने भाइयों के लिए कुछ नहीं किया, अपने रिश्तेदारों के लिए कुछ नहीं किया, आपको लगता है कि वो मोदी एक दोस्त के लिए इतना करेंगे? भाजपा नेता ने कहा कि मोदी जी किसी के लिए कुछ नहीं करते, वे एक स्वार्थी आदमी हैं। अडानी ग्रुप में सारा पैसा मोदी का लगा है। अडानी तो उनका मैनेजर है, जिसे 10-15 फीसदी कमीशन मिलता है, उनके पैसे को मैनेज करने के बदले में।
केजरीवाल ने कहा कि मैं भी हैरान था कि यह कैसे हो सकता है? लेकिन मैंने कहा कि प्रधानमंत्री जी को पैसे की क्या जरूरत है? वे तो वैसे भी अकेले हैं, उन्हें पैसे की क्या जरूरत है? केजरीवाल के अनुसार, इस पर भाजपा के नेता ने कहा कि यह पैसे की भूख होती है? दुनिया के इतने अमीर लोग हैं, जिन्हें कमाने की जरूरत नहीं है, लेकिन उनकी भूख कम नहीं होती और वे कमाते जा रहे हैं। मोदी जी की भूख पैसा कमाने की की है। जिस दिन दुनिया का दूसरा सबसे अमीर आदमी अडानी बना था, तो वह अमीर नहीं बना था, मोदी दुनिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी बने थे। और अब उनका सपना है कि दुनिया के सबसे अमीर आदमी बनना चाहते हैं।
केजरीवाल ने कहा कि पहले तो मैं हैरान रह गया कि यह कह क्या रहा है? फिर भाजपा नेता ने मुझे एक-एक करके बातें खोलकर समझानी शुरू कीं। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा नेता ने कहा कि मोदी जी जब श्रीलंका गए, तो उन्होंने वहां के (तब के) राष्ट्रपति राजपक्षे पर जबरदस्ती प्रेशर डालकर बहां का विंड प्रोजेक्ट अडानी को दिलाया। यह क्यों दिलाया, क्योंकि यह मोदी जी ने खुद लिया, अडानी को नहीं दिलाया। और यह खुलासा कैसे हुआ, क्योंकि वहां की पार्लियामेंट की स्टैंडिंग कमेटी ने जब वहा के बिजली बोर्ड के चेयरमैन से पूछा कि यह प्रोजेक्ट उन्होंने अडानी को क्यों दिया? तो उसने कहा कि कि मुझे राष्ट्रपति राजपक्षे ने बुलाया और कहा कि मोदी जी मुझ पर बहुत दबाव बना रहे हैं कि यह प्रोजेक्ट अडानी को दो। मोदी जी बांगला देश गए। बांगलादेश को 25 साल के लिए बिजली खरीदनी थी 1500 मेगावॉट बिजली खरीदने का प्रोजेक्ट वो भी मोदी जी ने खुद के लिए अडानी के नाम कॉंट्रैक्ट दिला दिया। फिर वो इजराइल गए। इजराइल के साथ भारत ने कई सारे रक्षा सौदे किए, वो सारे के सारे रक्षा सौदे मोदी जी ने अडानी को दिला दिए। अडानी को नहीं दिए, मोदी जी ने खुद के लिए रक्षा सौदे लिए। इसी तरह छः एयर पोर्ट अडानी को दे दिए, जबकि एयरपोर्ट चलाने के लिए एक्सपीरियंस की जरूरत होती है, लेकिन इस कंडीशन को खत्म कर दिया गया और सारे नियम कानून ताक पर रखकर छः एयरपोर्ट अडानी को दे दिए। ये एयरपोर्ट अडानी को नहीं दिए, मोदी जी ने खुद के नाम कर लिए। सिर्फ डेढ़ साल में मोदी ने यह खेल कर दिया। आज डेढ़ साल के अंदर देश के 30 प्रतिशत एयरपोर्ट मोदी के पास हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दावा किया कि ईडी और सीबीआई का उपयोग करके बंदूक यहां पर (कनपटी की ओर इशारा करते हुए) रखकर लोगों की फैक्ट्रियां लोगों से छीनी जा रही हैं। 10 अक्टूबार 2018 को कृष्णा पट्टनम एयरपोर्ट पर रेड हुई और 6 अप्रैल 2020 को वो पूरा एयरपोर्ट अडानी को दे दिया गया। तो वो अडानी को नहीं दिया गया, मोदी जी के पास चला गया। 10 दिसंबर 2020 को एसीसी और अंबूजा सीमेंट के यहां रेड हुई, और दो साल बाद 16 अक्टूबर 2022 को दोनों सीमेंट प्लांट मोदी जी के पास चले गये। जुलाई 2020 को मुंबई के एयरपोर्ट के मालिक जीवीके के खिलाफ ईडी, सीबीआई की रेड हुई, एफआईआर हुई और एक महीने बाद मुंबई एयरपोर्ट मोदी जी के पास चला गया।
केजरीवाल ने कहा कि यह चल क्या रहा है कि किसी भी कंपनी, फैक्ट्री मालिक के यहां (कनपटी की ओर इशारा करते हुए) पर बंदूक लगाते हैं और कहते हैं या तो यह धंधा हमे दे दे, नहीं तो जेल जा। उन्होने सवाल किया कि यह चल क्या रहा है इस देश के अंदर? अभी मोदी जी ने एक ऑर्डर पास किया है कि देश की जितनी राज्य सरकारें हैं, वो अडानी से कंपलसरी तौर पर 10 प्रतिशत कोयला खरीदना ही पड़ेगा, चाहे उसकी जरूरत हो या न हो। हमारे देश का कोयला 2000 रुपए टन है, जबकि अडानी का कोयला 20,000 रुपए टन है यानी 10 गुना महंगा करके कोयला जबरन खरीदना पड़ेगा राज्य सरकारों को।
केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले की याद दिलाते हुए कहा कि कोयला घोटाले के बाद सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि अब कोयले की खदाने प्राइवेट कंपनी को नहीं दी जाएंगी। सारी खदानें सरकारें चलाएंगी, तो उन्होंने कुछ खदाने राज्य सरकारों को बांट दीं। बाकी पूरे देश में कई खदानें राज्य सरकारों के पास हैं, लेकिन इन्होंने एक्सेप्शन करके अडानी को दे दी। इसमें ऑर्डर कर दिया कि 4000 कैलोरी का कोयला रिजेक्टेड माना जाएगा। जबकि वो सबसे अच्छा कोयला है। तो 28,000 करोड़ रुपए का कोयला देश की खदानों से निकालकर हर साल फ्री में मोदी जी निकालकर ले जाते हैं।
केजरीवाल ने पुराना रिकॉर्ड बताते हुए कहा कि साल 2014 में अडानी जी की यानी कि मोदी जी की जायदाद 50,000 करोड़ की थी। सात साल बाद इनकी जायदाद हो गई साढ़े 11 लाख करोड़! केजरीवाल ने पूछा मोदी जी इतना पैसा लेकर कहां जाओगे? 2014 में ये 609 नंबर पर (अमीरों की सूची में) थे और सात साल में दूसरे सबसे अमीर बन गये। सात साल में आपने देश को इतना लूट लिया? केजरीवाल ने कहा कि लेकिन कुदरत में बड़ी ताकत होती है, किसी को क्या पता था कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आ जाएगी और सारा तहस नहस हो जाएगा। केजरीवाल ने भारत पर कर्ज के आंकड़े की याद दिलाते हुए कहा कि 1947 से 2014 तक देश की सारी सरकारों ने 55 लाख करोड़ रुपए का कर्जा लिया था। 2014 से 2022 तक केवल सात साल में 85 लाख करोड़ का कर्जा ले लिया मोदी सरकार ने, दोगुने से भी ज्यादा। केजरीवाल ने पूछा कि ये पैसा गया कहाँ? उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह सारा पैसा इनकी जेब में गया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं जनता से कहना चाहता हूं कि आप लोग जीएसटी देते हो, अपने बच्चों का पेट काटकर टैक्स देते हो, जीएसटी देते हो, दूध पर, दही से लेकर हर चीज पर जीएसटी देते हो। ये पैसा जाता कहां है? ये पैसा सरकारी खजाने में, वहां से वो पैसा जाता है अडानी के खजाने में और वहां से वो पैसा जाता है मोदी के खजाने में। दोनों हाथों लूट मची हुई है। पूरे देश को लूट रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी जी। दोनों हाथों से लूट रहे हैं। कोयला लूट रहे हैं, एयरपोर्ट लूट रहे हैं, सड़कें लूट रहे हैं, बिजली लूट रहे हैं, पानी लूट रहे हैं, मोदी जी दोनों हाथों से लूट रहे हैं। जितना कांग्रेस ने 70 साल में देश को लूटा, उसके 10 गुना इन्होंने सात-आठ साल में लूट लिया देश को। केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी कम पढ़े-लिखे हैं। अडानी बताता है कि याहं पैसा लगा दो, इस देश में चलते हैं, यह कंपनी खरीद लो। ईडी को, सीबीआई को इसके पीछे लगा दो, वो साला मैनेजमैंट करता है, सारा दिमाग उसका है और पैसा मोदी जी का है। उसके बदले में उसको पतना नहीं 10 प्रतिशत, 15 प्रतिशत और 20 प्रतिशत कितनी कमीशन मिलता है? लेकिन दिमाग सारा अडानी का है और…।
केजरीवाल ने कहा कि मुझे ज्यादा चिंता इस बात की है कि प्रधानमंत्री जी कम पढ़े-लिखे हैं। प्रधानमंत्री विदेश जाते हैं या कोई विदेश से आता है, तो दो ही कंडीशन (स्थितियाँ) होती हैं। तो उसको (विदेशी प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति को) कहा जाता है कि भई गले मिल ले, फोटो खिंचा ले, पार्क में घूम ले। उसको कहा है कि अडानी को ये दे दे, वो दे दे। कोई विदेशी नेता भारत आता है, तो उससे कहलाया जाता है कि मोदी जी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। अरे उसे क्या लेना-देना मोदी जी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। वो क्यों कह रहा है? केजरीवाल ने कहा कि वो क्यों कह रहा है। उन्होंने कहा कि ये गोरे बहुत चालाक हैं। वे इतने भोले-भाले नही हैं कि यहाँ आके मोदी की तारीफ करें, वो पता नहीं किस चीज के साइन कराकर ले जाते हैं। उन्होंने कहा था कि पता ही नहीं चलता अगले को (मोदी को) कि क्या-क्या साइन कराकर ले जाते हैं। केजरीवाल ने इतिहास की याद दिलाते हुए कहा कि यही हुआ था 17वीं-18वीं शताब्दी के अंदर। ईस्ट इंडिया कंपनी के आने में, हमारे राजा-महाराजा अनपढ़ होते थे। वो अंग्रेज आते थे, उनकी तारीफ करते थे और बदले में साइन कराकर ले जाते थे। नतीजा यह हुआ कि पूरा देश गुलाम हो गया। केजरीवाल ने कहा कि यही अब हो रहा है। जो भी आता है उससे कहा जाता है कि यहां फोटो खिंचा ले, गले मिल ले, बदले में अडानी को ये दे दे, वो दे दे, और जहां मर्जी साइन करा ले। पता नहीं वो किस-किस चीज पर साइन कराकर ले जाते हैं। मतलब जो भी आता है, गले मिल ले, फोटो खिंचा ले, अडानी को दो कंपनियों का ठेका दे दे, बदले में पता नहीं क्या-क्या लूट लिया इन लोगों ने। केजरीवाल ने कहा कि बहुत चिंता है हम लोगों को देश की, जिस दौर से देश गुजर रहा है। उन्होंने खुलकर कहा कि आज देश में सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्री अगर कोई हुए हैं, जिन्होंने देश को लूटा है, तो वो मोदी हैं। वो कम पढ़े-लिखे हैं, उन्हें पता ही नहीं चलता, कोई भी आता है और उनसे कुछ भी साइन कराकर ले जाता है।
हमारी राय में देश में कई समस्याएं तो बढ़ी हैं, इसमें कोई दो-राय नहीं है। लेकिन हम पाठक वर्ग से पूछना चाहते हैं कि पाठकों का इस मामले में क्या कहना है?