मैं करोड़ों के काले धन का मालिक हूं – पूर्व बीजेपी विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह
रायबरेली, रायबरेली के पूर्व बीजेपी विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह अपने पास 15 करोड़ के ब्लैक मनी होने का दावा करते है, मीडिया से बात चीत में उन्होंने बताया की उनके पास 15 करोड़ की ब्लैक मनी है जिसे उन्होंने अन्य विधायकों को ब्याज पर दिया हुआ है जिसे अब वह लौटा नहीं रहे है। वह जांच एजेंसियों को खुली चुनौती देते है की वह उनका कला धन निकाले और उसे रायबरेली के विकास में लगाए। पूर्व विधायक का यह पक्का दावा है की 15 करोड़ का 2 नंबर का धन उन्होंने अन्य विधायकों को ब्याज पर दिया हुआ है जो की उन्हे वापस नही मिल रहा है।
आपको बता दे की गुरुवार को सुरेंद्र बहादुर सिंह ने विधायकों पर उनके पैसे वापस न देने का आरोप लगाया था जिसके बाद अब वह शनिवार को नए दावे से साथ सामने आए हैं। सुरेश ने कहा की संपूर्ण 15 करोड़ की राशि की जानकारी वह स्वयं जांच एजेंसियों को देंगे।
सुरेंद्र बहादुर सिंह अपने इलाके के दानवीर कहे जाते हैं, उन्होंने सामाजिक कार्यों के लिए अनेक बार धनराशि दान की है।
बीजेपी नेताओं पर लगाया आरोप –
सरेनी के पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने बीजेपी नेताओं और मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने गुरुवार को एक होटल में प्रेस कान्फ्रेंस कर भाजपा की रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह पर उनके 40 लाख रुपये वापस न करने के आरोप लगाए हैं। सुरेंद्र बहादुर सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि अदिति सिंह ने अपनी बहन देवांशी सिंह की शादी के लिए 50 लाख रुपये लिए थे जो उन्होंने समय पर नही दिए। कई बार मांगने के बाद अदिति सिंह की मां वैशाली सिंह के खाते से 18 जनवरी 2023 को 10 लाख रुपये दिए गए जिसका स्क्रीन शॉट भी सुरेंद्र बहादुर सिंह ने मीडिया को दिया।
उन्होंने इसके साथ ही प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह के भांजे पर भी अपनी बेटी को मारने पीटने के गंभीर आरोप लगाए। उनका दावा है कि मंत्री का भांजा मेरी बेटी की हत्या करवाने की साजिश रच रहा है और धमकी देता है कि तुम हमारा कुछ नहीं कर पाओगे क्योंकि हमारे मामा मंत्री हैं। वहीं जब फोन पर सदर विधायक अदिति सिंह से बात की गई तो उन्होंने फोन पर जवाब ही नहीं दिया फोन काट दिया। बात की जाए सुरेंद्र बहादुर सिंह की तो यह बहुत बड़ा ही आरोप लगाया गया है जिसको लेकर कई तरीके के लोग तरह तरह की बातें करते नजर आ रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मंत्रियों नेताओं की बात की जाए तो अब कितनी सत्यता है यह तो जांच का विषय है। अब देखना यह है कि मंत्री और विधायक मिलकर इस भाजपा सरकार में दूध का दूध पानी का पानी हो पाता है कि नहीं।