कानपुर देहात में हुए कांड के बाद समाजवादी पार्टी के सचेतक दल को रोका गया, शोक संवेदना के लिए जा रहा था दल…
लखनऊ – कानपुर देहात में हुई मां और बेटी की जलकर मौत की घटना की जांच के लिए समाजवादी पार्टी ने एक प्रतिनिधिमंडल बनाकर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए थे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर 11 सदस्य प्रतिनिधि मंडल बनाया गया कानपुर देहात में मेधा तहसील की मंडली पंचायत के चाहला गांव में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां बेटी की जलकर मौत हो गई थी।
अतिक्रमण के दौरान पुलिस प्रशासन के अफसरों की लापरवाही के चलते मां बेटे की मौत हो गई इस पूरे घटना की जांच को लेकर समाजवादी पार्टी ने प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला लिया था वहीं समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक विधानमंडल दल मनोज पांडे के नेतृत्व में एक दल कानपुर जाने के लिए रवाना हुआ था कि तभी लेकिन मिलने के लिए जैसे ही काफिला रवाना हुआ तो उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया ।
मनोज पांडे अपनी गाड़ियों से अपने लोगों के साथ नीचे उतरते हैं और उत्तर प्रदेश पुलिस से बात करते हैं कि आखिर उन्हें क्यों रोका जा रहा है। जवाब में कुछ नहीं मिला लेकिन लाँ इन आर्डर को देखते हुए पुलिस ने कहा कि आप अभी वहां नहीं जा सकते हैं। तो इस बात पर अड़े रहे। मनोज पांडे ने कहा कि क्या किसी परिवार को शोक संवेदना भी व्यक्त नहीं कर सकते लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस उन्हें जाने से रोक रही थी ,तो वहीं पर धरने पर बैठ गए ।और कहा है यह इस सरकार की यह मानवीय दशा ठीक नहीं है ऐसा करना ठीक नहीं है ।इस बात को हम सदन में उठाएंगे बीजेपी सरकार समाजवादियों के साथ ऐसा बर्ताव क्यों कर रही है। और यह आंदोलन जारी रहेगा सरकार के खिलाफ। अब सरकार निरंकुशता का प्रमाण दे रही है।