चोरों ने काटी ऑक्सीजन पाइप लाइन, बीस नवजात की अटकी सांसें
अलवर, 6 फ़रवरी
गीतानंद शिशु अस्पताल के पीछे रविवार देर रात एफबीएनसी वार्ड की ऑक्सीजन पाइप लाइन को चोरों ने काट दिया। एफबीएनसी वार्ड में करीब 20 नवजात बच्चे ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। ऑक्सीजन सप्लाई बंद होते ही हड़कंप मच गया। आनन-फानन में हॉस्पिटल के स्टाफ और लोगों ने सिलेंडर से बच्चों को ऑक्सीजन लगाई। गनीमत यह रही कि इस दौरान किसी नवजात को कोई परेशानी नहीं हुई।
जानकारी के अनुसार शहर के गीतानंद शिशु अस्पताल में देर रात हॉस्पिटल परिसर में ऑक्सीजन सप्लाई की पाइप लाइन चुराने के प्रयास में चोरों ने अंधेरे का फायदा उठाते हुए पाइपलाइन को काट दिया। अस्पताल के एफबीएनसी वार्ड में भर्ती 20 बच्चे ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। अचानक ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने से हड़कंप मच गया। बच्चों को परेशानी होने लगी। इस दौरान वहां मौजूद गार्ड ने अस्पताल के पीछे की तरफ से चोरों को भागता हुआ देखा। गार्ड ने शोर मचाया तो स्थानीय लोगों और मरीज के परिजनों की मदद से दो चोरों को लोगों ने पकड़ा और बाद में उन्हें पुलिस के हवाले किया गया। स्टाफ ने लोगों की मदद से अस्पताल परिसर में रखे 10 ऑक्सीजन सिलेंडर को एफबीएनसी वार्ड में पहुंचाया और वहां नवजात बच्चों को ऑक्सीजन लगाई। मामले की जानकारी तुरंत अस्पताल प्रशासन को दी गई। अधिकारियों ने इंजीनियरों को मौके पर बुलाया और रात को ही पाइपलाइन को ठीक करवाया। उसके बाद फिर से आईसीयू में ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू करने का प्रयास किया। अस्पताल प्रशासन मामले की जांच कर रहा है।
अस्पताल के गार्ड व अन्य स्टाफ ने बताया कि चोर आए दिन खुलेआम विद्युत के तार, पाइप लाइन, मोटर व अन्य सामान चोरी करके ले जाते हैं, लेकिन पुलिस का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। चोरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है। गीतानंद शिशु अस्पताल स्थित एफबीएनसी वार्ड बच्चों का आईसीयू है। इसमें गंभीर बच्चों को ऑक्सीजन व वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा जाता है। निर्धारित समय से ज्यादा समय बच्चों को ऑक्सीजन नहीं मिलता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
लोगों ने मौके से दो चोरों को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया है। पुलिस दोनों चोरों से पूछताछ कर रही है। वहां मौजूद लोगों ने चोरों के साथ मारपीट भी की, लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों चोरों को अपने कब्जे में लिया। पुलिस का कहना है कि इनके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं।