महाराष्ट्र के बड़े शहरों के बीच दौड़ेगी वंदे मेट्रो
60 से 70 किलोमीटर की दूरी के स्टेशनों के बीच चलाने की तैयारी
पुणे, 4 फ़रवरी
मोदी सरकार ने देश में रेलों के आधुनिकरण को लेकर ढाई लाख करोड़ की राशि रेल बजट के दौरान आवंटित की है। इससे रेल यात्रियों को तेज और आरामदायक की यात्रा उपलब्ध कराने के लिए अत्याधुनिक वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण करवाया जाएगा। इस प्रकार की ट्रेनों का उत्पादन बढ़ाने के लिए चेन्नई के अलावा महाराष्ट्र के लातूर रेल कोच फैक्ट्री में भी वंदे भारत ट्रेन में बनाई जाएगी।
लातूर रेल कोच फैक्ट्री में बनेगी वंदे भारत ट्रेनें
इस वर्ष 75 नई वंदे भारत ट्रेन चलाने का एलान किया जा चुका है। कई ट्रेनें महाराष्ट्र के बड़े शहरों से चलेगी इसी कड़ी में 11 फरवरी को मुंबई से सोलापुर और मुंबई से शिरडी के लिए वंदे भारत को स्वयं प्रधानमंत्री मोदी हरी झंडी दिखाने वाले हैं।
शटल के स्थान पर वंदे मेट्रो
पुणे, नागपुर, मुंबई सहित देश के कई मेट्रो शहरों के बीच वंदे भारत की तर्ज पर वंदे मेट्रो चलाने की योजना बनाई जा चुकी है। रेल मंत्री अश्विनी कुमार ने भी इसका स्पष्ट संकेत देते हुए स्पष्ठ कहा है कि 60 से 70 किलोमीटर की अंतर वाले दो शहरों के बीच तेज और आरामदायक यात्रा के लिए शटल ट्रेनों की जगह वंदे मेट्रो ट्रेन चलेगी और यह ट्रेनें फुल वातानुकूल होगी।
नो गुना बढ़ा है रेलवे का बजट
जानकारों के अनुसार वर्ष 2014 के मुकाबले इस वर्ष बजट में 9 गुना ज्यादा राशि का आवंटन किया गया है। रेलवे को आवंटित होने वाली धनराशि नई पटरियां बिछाने, 1275 छोटे बड़े स्टेशनों का पुनर्विकास, सेमी- हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेनो की संख्या बढ़ाने, हाइड्रोजन संचालित ट्रेनों के साथ-साथ अहमदाबाद- मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी रेल मंत्रालय ने अपना ध्यान केंद्रित किया है। पुणेकरो का मानना है कि यात्री सुविधाओं को ध्यान में रख रेल इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने वाले इस बजट में रेलवे को राष्ट्रीय विकास के इंजन के रूप में उभारने का दावा किया गया है।