भाजपा और सपा में ट्विटर वार, अखिलेश को लेकर ये बात कही पुलिस अधिकारी ने
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के बीच टिवटर वार जारी है। इसको लेकर एक सपा कार्यकर्ता को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उसके बाद सपा प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहले पुलिस मुख्यालय और उसके बाद जेल पहुंचे। उसको लेकर अब राज्य के बड़े पुलिस अधिकारी की ओर से बयान दिया गया है।
्अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के पुलिस मुख्यालय पहुँचने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मनीष जगन पर विधिक और नियमानुसार कार्रवाई की गई। लखनऊ के हजरतगंज थाने में 14 अलग-अलग धाराओं में मनीष के विरुद्ध एफआईआर दर्ज हुई है और उनकी गिरफ्तारी की गई है। मनीष की गिरफ्तारी के बाद अखिलेश यादव का पुलिस मुख्यालय आना उचित नहीं है।
प्रशांत कुमार ने कहा कि मनीष की गिरफ्तारी के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने समर्थकों के साथ पुलिस मुख्यालय के बाहर आए थे। पुलिस मुख्यालय आने पर उनसे यहां प्रदर्शन न करने के लिए कहा गया। साथ ही उन्हें धरना स्थल पर ही कोई प्रदर्शन करने की बात कह कर वापस किया गया। मुख्यालय आने पर अखिलेश यादव से चाय भी पूछी गई। उन्होंने कहा कि मनीष ने मर्यादाओं की सीमा पार कर ट्वीट किए। अभियुक्त को लखनऊ पुलिस की ओर से मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। आगे मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस कार्य करेगी। इस संबंध में लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस प्रेस नोट जारी करेगी।
शनिवार सुबह अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में समाजवादी पार्टी के ट्विटर एडमिन मनीष जगन अग्रवाल को लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में तीन मुकदमें दर्ज हैं। मामले की जानकारी पर गिरफ्तारी के विरोध में सपा कार्यकर्ता पुलिस मुख्यालय पहुंच गए और वहीं बैठ गए। उन्होंने कार्यकर्ता को रिहा करने की मांग की।