ब्राज़ील में मोदी ने की चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात, संबंधों को बताया महत्वपूर्ण
नई दिल्ली।
ब्राजील में चल रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान बुधवार को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि चेन्नई में दूसरे अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के बाद भारत-चीन संबंधों में नई दिशा और नई ऊर्जा आई है, क्योंकि इस शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-चीन संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान राष्ट्रपति शी चिनफिंग से कहा कि, ‘मुझे आपसे एक बार फिर मिलने की खुशी है। जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो हम ब्राजील में ही पहली बार मिले थे…हमारी यात्रा शुरू हुई। अनजान लोगों की यात्रा आज एक घनिष्ठ मित्रता में बदल गई है। हम तब से कई मंचों, द्विपक्षीय कार्यक्रमों में मिले हैं। आप मेरे गृह राज्य गए मैं अपने गाँव में ले गया, आप मुझे वुहान में बीजिंग के बाहर लेने आए…यह इतनी महत्वपूर्ण बात है कि पांच सालों के भीतर, इतने भरोसे और मैत्रीपूर्ण संबंध बन गए हैं।’
पीएम मोदी की पुतिन से भी हुई मुलाकात
11वें ब्रिक्स सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय बातचीत की। पुतिन ने उन्हें अगले साल मई में विजय दिवस में शामिल होने के लिए रूस आमंत्रित किया है। दोनों नेताओं ने विशेष रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा।
ब्राजील के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस का न्योता
वहीं, ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो अगले साल भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रणाली बनाने और सहयोग बढ़ाने पर वार्ता करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि ब्रिक्स सम्मेलन से सदस्य देशों के आपसी आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध बढ़ेंगे। मोदी ब्राजील की राजधानी में हो रहे दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे हैं।
इस शिखर सम्मेलन के दौरान वह आतंकवाद-विरोधी सहयोग के लिए तंत्र बनाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे और दुनिया की पांच प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करेंगे। करीब एक महीने पहले भारत में दूसरी अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात से बाद यहां यह बैठक आयोजित हुई।
ब्रिक्स संगठन पांच उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं का संक्षिप्त नाम है। ब्रिक्स देशों का अर्थ है-ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका। इस साल ब्रिक्स सम्मेलन का विषय ‘अन्वेषी भविष्य के लिए आर्थिक विकास’ है। मोदी लगातार छठीं बार ब्रिक्स सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने 2014 में ब्राजील में ही हुए ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लिया था।