‘एकजुट हो गए तो BJP को कोई नहीं पूछेगा’, बिहार विधानसभा में 2024 का जिक्र कर क्या कुछ बोले नीतीश कुमार?
News Nasha
बिहारके सीएम नीतीश कुमार ने 2024 लोकसभा चुनावों के लिए पूरे देश की विपक्षी पार्टियों से एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि सबको मिलकर लड़ना होगा। अगर हम सब एकजुट होकर इनके (बीजेपी) के खिलाफ उतर गये तो इनको कोई नहीं पूछेगा। हम लोग मिलकर देश को एकजुट करेंगे। ये बातें बिहार विधानसभा में विश्वासमत के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहीं। इस दौरान उन्होंने अपनी पुरानी सहयोगी रही बीजेपी पर जमकर निशाना साधा तो बीजेपी के साथ पुराने दिनों को भी याद किया। सीएम नीतीश ने गठबंधन टूटने की वजहें भी गिनाई। उन्होंने कहा कि हमारे किसी भी पुराने साथी को मंत्री नहीं बनाया गया. हमने किसी से कुछ नहीं कहा, हमने सोचा उनकी पार्टी है वो जानें।
सेंट्रल यूनिवर्सिटी के मुद्दे पर बोले नीतीश:
नीतीश कुमार ने कहा कि हमने उनसे (बीजेपी) पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने मेरे उस अनुरोध को स्वीकार नहीं किया। उन्होंने आगे कहा कि आज कल प्रचार तो केवल दिल्ली का होता है। सोशल मीडिया से लेकर प्रेस हर जगह उनका कब्जा है। नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में पत्रकारों की तरफ देखते हुए कहा कि इन्होंने अंदर ही अंदर प्रेस को भी खत्म कर दिया है।
अटल बिहारी वाजपेयी को बताया लीडर:
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार सरकार ने गांव-गांव में सड़कें बनाई हैं। उन्होंने सदन में हंगामा कर रहे एक बीजेपी नेता को चुप कराते हुए कहा, “आप बच्चे हो! नहीं जानते हो कि ग्रामीण इलाकों में सड़क बनाने का निर्णय श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने लिया था। नीतीश ने कहा कि आपको मालूम है कि हम अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में थे”
उन्होंने कहा, “श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी की सरकार ने बैठकर तय किया कि बिहार के गांव-गांव में सड़कों का जाल बिछाया जाएगा। बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेता हमें कितना मानते हैं। वाजपेयी और आडवाणी जी मेरी एक-एक बात मानते थे। हमारे लीडर वो लोग थे।”
नाम लिए बगैर मोदी पर साधा निशाना:
सीएम नीतीश कुमाार ने कहा कि ये जो नये लोग आ गये हैं, ये लोग कोई काम करते हैं ? ये सब प्रचार-प्रसार के एक्सपर्ट हैं। हमारी तकलीफ जान लीजिए। जो पुराने लोग हमारे साथ मिलकर काम करते थे उनको आपने मौका नहीं दिया, इसलिए ये हुआ है। बीजेपी में भले लोगों के लिए अब जगह नहीं रह गई है। जो खराब बोलेगा उसे ही जगह मिलेगी।
तो कुछ और होगा 2024 का रिजल्ट:
नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि जब ये हमारी पार्टी को नष्ट करने लगे और अंदर से हमारी पार्टी का कार्यकर्ता बोलने लगा तो हमने इनका साथ छोड़ा। अब इनके साथ जाने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता. उन्होंने कहा अब हमारा संकल्प है कि हम मिल कर काम करेंगे। सीएम नीतीश ने ये भी कहा कि बिहार अब बढ़ेगा। देश भर से हमारे पास फोन आ रहे हैं। हमने सबसे यही कहा है कि सब लोग मिल कर काम करेंगे, मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो 2024 का रिजल्ट कुछ और होगा।
इस दौरान सीएम नीतीश ने कहा,”दिल्ली में सिर्फ प्रचार हो रहा है। आजादी से क्या मतलब था. आजादी के 75 साल होने पर कह रहे थे कि ये हो रहा है, वो हो रहा है, अरे! मैं पूछता हूं कि आप आजादी की लड़ाई में कहां थे? आजादी की लड़ाई लड़ने वाले कौन थे ? एक दिन ये बापू को भी खत्म कर देंगे।”
क्या बोले मुस्लिमों पर बिहार के सीएम?
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि देश में मुस्लिम और हिंदुओं के बीच कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि ये लोग समाज में टकराव पैदा कर फायदा ले रहे हैं। इधर की बातें उधर करके ये लोग फायदा उठाते हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग एकजुट हुए हैं। हम हर गांव में जाएंगे। हर जाति के पास जाएंगे।
भगोड़ी है बीजेपी:
सदन से बीजेपी के सदस्यों के वॉक आउट करने पर नीतीश कुमार ने कहा कि ये लोग हमको नहीं रोक पाएंगे, क्योंकि ये लोग खुद भगोड़े हैं। साल 2010 के चुनाव में गया में मुस्लिम लोगों ने मेरी वजह से बीजेपी का समर्थन किया था और आज ये गया के बारे में क्या-क्या बोल रहे हैं? बीजेपी के वॉक आउट को लेकर उन्होंने कहा कि इनमें सच सुनने की क्षमता नहीं है। हमने तो हर जगह इनका साथ दिया।
आजादी की लड़ाई मानकर बीजेपी के खिलाफ लड़िये:
नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी का काम सिर्फ समाज में झंझट पैदा करना है। उन्होंने विपक्षी पार्टियों से कहा कि जब आप सब एकजुट होकर रहेंगे तो ये कुछ नहीं कर पाएंगे और इनको (बीजेपी) कोई नहीं पूछेगा। उन्होंने विपक्षी पार्टियों से कहा कि आपने जिस तरह से आजादी की लड़ाई लड़ी थी, वैसी ही लड़ाई 2024 के चुनावों में लड़नी पड़ेगी।
सीएम नीतीश ने कहा कि पूरे देश को एकजुट कीजिए नहीं तो बाद में मौका नहीं मिलेगा। सीएम नीतीश कुमार ने विपक्ष से अनुरोध किया कि सब लोग मिलकर काम करें तो हमें कोई नहीं हरा पायेगा। इनको आजादी की लड़ाई की याद दिला दें। ये लोग लाख चाहें इनको कुछ नहीं मिलेगा। समाज में प्रेम और भाईचारे का भाव होना चाहिए।