ढाई सौ रुपये फीस नहीं जमा करने पर तीसरी क्लास के मासूम की टीचर ने बेरहमी से पिटा, TOP 10 NEWS
देशभर में शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) का त्योहार मनाया जा रहा है. वहीं इस त्योहार को देखते हुए मथुरा (
कृष्ण जन्माष्टमी पर मथुरा में उमड़ी भक्तों की भीड़, बढ़ाई गई
देशभर में शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) का त्योहार मनाया जा रहा है. वहीं इस त्योहार को देखते हुए मथुरा (Mathura) के प्रमुख मंदिरों के आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. जन्माष्टमी (Janmashtami 2022) का पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा. मथुरा के एसएसपी (Mathura SSP) नगर मार्तंड प्रकाश सिंह ने इस संबंध में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि त्योहार को देखते हुए बृजभूमि के प्रमुख मंदिरों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. हर साल की तरह इस बार भी जन्माष्टमी पर हजारों की संख्या में भक्त यहां पूजा अर्चना के लिए आते हैं.
मथुरा के SSP ने कहा, “मथुरा में कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां की जा रही है. पीएसी, अर्धसैनिक बल, आरएएफ, एटीएस कमांडो और सिविल पुलिस सहित पर्याप्त बल तैनात हैं. ड्रोन से निगरानी की जा रही है. शहर के कोर एरिया को नो व्हीकल/नो पार्किंग एरिया घोषित किया गया है.” उन्होंने कहा कि मोबाइल और नकदी चोरी, चेन की छिनैती और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रमुख मंदिरों में सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मी तैनात किए हैं
मुख्तार अंसारी के खिलाफ अभियान छेड़ने वाले अशोक सिंह का बयान, बताया-
अशोक सिंह ने कहा कि, मैं सरकार को धन्यवाद करता हूं कि वह माफियाओं के खिलाफ जो भी कदम उठा रही है वह सही है. प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार है और इसमें कोई भी माफिया बच नहीं पाएगा. उन्होंने कहा, मुख्तार अंसारी लगातार सत्ता में रहे और उसका लाभ लेते रहे हैं. वह और उनके भाई साइकिल स्टैंड चलाते थे और नंबर दो का धंधा करते थे लेकिन आज क्या स्थिति है? वे हजारों करोड़ में पहुंच गए हैं. ये पैसा कहां से आया? लोगों को डराकर और हत्या करके पैसा लिया गया है. यह पैसा डॉक्टरों को धमकाकर लिया गया है. यह विकास का पैसा है. अब यह पैसा बचेगा नहीं.
दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी पर उमड़ी भक्तों की भीड़
कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर ईस्ट ऑफ कैलाश के इस्कॉन मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी है. बता दें कि आज देशभर में कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है.
2024 पर अखिलेश यादव बोले- ‘केसीआर, ममता बनर्जी और शरद पवार तैयार कर रहे विकल्प, BJP से सहयोगी दल खुश नहीं’
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिहार में हुए राजनीतिक बदलाव को एक ‘सकारात्मक संकेत’ करार देते हुए उम्मीद जतायी है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ एक मजबूत विकल्प तैयार होगा. उन्होंने यह भी दावा किया कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी के सहयोगी दल उससे खुश नहीं हैं और भविष्य में वे इस सत्तारूढ पार्टी से नाता तोड़ लेंगे.
श्रावस्ती में तीसरी क्लास के बच्चे को टीचर ने बेरहमी से पीटा
यूपी के श्रावस्ती (Shravasti) जनपद में टीचर की पिटाई से तीसरी क्लास में पढ़ने वाले मासूम बच्चे की मौत हो गई. दिल को दहला देने वाली ये घटना थाना सिरसिया के पंडित ब्राह्मण उच्चतम माध्यमिक विद्यालय चैलाही की है. यहां पर तीसरी क्लास के छात्र की टीचर (School Teacher) ने बेरहमी से पिटाई कर दी थी जिससे वो बेहोश हो गया. इस बात की खबर जैसे में परिजनों को लगी वो आनन-फानन में बच्चे को जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए मेडिकल कॉलेज (Medical Collage) रेफर कर दिया. 8 दिन बाद बच्चे की मौत हो गई.
फीस नहीं जमा करने पर बच्चे की पिटाई
खबर के मुताबिक बृजेश विश्वकर्मा नाम का ये छात्र स्कूल में तीसरी क्लास में पढ़ता था. माता-पिता ने बच्चे की ढाई सौ रुपये स्कूल फीस जमा नहीं की थी, जिसे लेकर टीचर अनुपम पाठक ने पहले उसे थप्पड़ों से मारा. बच्चा खुद को बचाने के लिए हाथ जोड़कर टीचर से गुहार लगाता रहा लेकिन उसका दिल नहीं पसीजा और वो उसे लगातार मारता रहा. इस बीच उसने बच्चे को दोनों हाथ खींचकर पीठ पर चढ़कर उसे मारा, जिससे वो मासूम वहीं बेहोश होकर गिर गया. थोड़ी देर बाद उसे होश आया तो स्कूल के प्रिंसिपल ने भी उसे धमकाया कि अगर तुमने इस बारे में किसी को कुछ कहा तो इससे भी बुरी मार दी जाएगी.
इलाहाबाद हाईकोर्ट का आरोपी वकीलों पर सख्त एक्शन, CBI को सौंपी 50 मामलों की जांच
इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां हाईकोर्ट ने प्रयागराज (Prayagraj) के वकीलों के खिलाफ दर्ज तकरीबन 50 मुकदमों की जांच सीबीआई (CBI) को सौंपी दी है. वकीलों के खिलाफ रेप और एससी-एसटी (SC-ST Act) की गंभीर धाराओं के तहत ये केस दर्ज कराए गए हैं. आरोप है कि वकीलों पर केस की पैरवी ना करने और धन उगाही के लिए दबाव बनाने की वजह से फर्जी मुकदमे दर्ज कराए गए हैं.
बताया जा रहा है कि एक संगठित गिरोह वकीलों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर उनका उत्पीड़न कर रहा है. कोर्ट के सामने इस तरह के कुल 51 एफआईआर की सूची पेश की गई है. इनमें से 36 मुकदमें अकेले मऊआइमा थाने में दर्ज हैं. वकील किसी मुकदमे में पीड़ित पक्ष की तरफ से ठीक से पैरवी ना करें और केस दर्ज होने के बाद समझौते के नाम पर पैसे खर्च करें, इस वजह से फर्जी मुकदमे दर्ज कराए जाने का आरोप है.