बीजेपी और शिवसेना में छिड़ी निर्दलीय विधायकों को समेटने की होड़
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद शिवसेना और बीजेपी में सत्ता की जंग छिड़ गई है । दोनों पार्टियां महाराष्ट्र में नवनिर्वाचित निर्दलीय विधायको को अपने अपने खेमे में करने की जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं । इसी क्रम में मंगलवार सुबह 2 निर्दलीय विधायक बीजेपी में शामिल किए गए । इससे पहले रविवार को 4 निर्दलीय विधायक शिवसेना में शामिल हुए थे ।
मंगलवार सुबह महाराष्ट्र के विधायक महेश और विनोद ने बीजेपी का दामन थाम लिया । इसके साथ ही बीजेपी के पास 107 विधायक हो गए हैं । वहीं शिवसेना के खेमे में अभी 60 विधायक हैं । इनके अलावा तीन निर्दलीय विधायक गीता जैन, राजेंद्र राउत और रवि राणा भी बीजेपी को समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं । ठाणे जिले की मीरा भयंदर सीट से जीतीं गीता जैन ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया ।बता दें कि विधानसभा चुनाव में वो बीजेपी से टिकट चाहती थीं, ऐसा न होने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था । जैन ने बीजेपी प्रत्याशी नरेंद्र मेहता को हराया था ।
शिवसेना की बीजेपी को धमका
गौरतलब है कि शिवसेना नेता संजय राउत ने शिवसेना और बीजेपी के बीच चल रही सियासी जंग को लेकर बयान दिया है । उन्होंने बीजेपी से कहा है कि बीजेपी शिवसेना को अगली बार सरकार गठन के लिए दूसरे विकल्प ढूंढने को विवश न करे । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई भी संत नही होता । उन्होंने दावा किया कि दोनों दल सत्ता में ‘बराबर भागीदारी’ पर सहमत हुए थे और इस संबंध में मुंबई में घोषणा भी की गई थी । इसलिए शिवसेना को भी 2.5 साल तक मुख्यमंत्री का पद मिलना चाहिए ।