बिना वीजा पाकिस्तान के दरबार साहिब जा सकेंगे श्रद्धालु, इस तरह मिलेगा क्लीयरेंस
पाकिस्तान ने गुरुद्वारा दरबार साहिब आने के इच्छुक श्रद्धालुओं को बिना वीजा प्रवेश की मंजूरी देने के लिए करतारपुर गलियारे में 80 इमीग्रेशन काउंटर बनाए हैं | इन काउंटर्स पर भारत से पाकिस्तान आने वाले श्रद्धालुओं को क्लीयरेंस मिला करेगा | भारत और पाकिस्तान ने पिछले सप्ताह करतारपुर कॉरिडोर के संबंध में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं | जिससे भारतीय श्रद्धालु बिना वीजा के गुरुद्वारा दरबार साहिब आ सकेंगे |
इस समझौते के तहत भारत से प्रतिदिन पांच हजार तीर्थयात्री यहां आ सकेंगे | एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने भारत से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तीन प्रवेश द्वार बनाए हैं | वहीं लौटने के लिए एक निर्दिष्ट मार्ग होगा |
रिपोर्ट के अनुसार संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) भारतीय सीमा बल को श्रद्धालुओं की यात्रा के 10 दिन पहले मंजूर की गई सूची सौपेंगी | इन तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारा दरबार साहिब ले जाए जाने से पहले इनका पासपोर्ट स्कैन किया जाएगा |
यदि किसी श्रद्धालु का पासपोर्ट ब्लैक लिस्ट में पाया गया तो उसे आने की अनुमति नहीं दी जाएगी | रिपोर्ट के अनुसार गलियारे में यात्रा के संचालन के लिए पाकिस्तानी गृह मंत्रालय ने दो सहायक निदेशक और एक उपनिदेशक सहित 169 निरीक्षक, उप निरीक्षक, कांस्टेबल और महिला कांस्टेबल नियुक्त किए हैं |
इसमें कहा गया है कि पाकिस्तानी रेंजर जीरो प्वाइंट पर पहुंचने के बाद प्रत्येक तीर्थयात्री से 20 डॉलर लेंगे | मंजूरी प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए 80 आव्रजन काउंटर बनाने के अलावा तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए दरबार साहिब से चार किलोमीटर दूर जीरो प्वाइंट पर एक आव्रजन कक्ष बनाया गया है |
बता दें कि गुरुद्वारा दरबार साहिब में सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे | पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर करतारपुर गुरुद्वारे का उद्घाटन करेंगे |