कोरोना: 6 महीने में घटती है इम्युनिटी, सिर्फ 5% बूस्टर
कोरोना: 6 महीने में घटती है इम्युनिटी, सिर्फ 5% बूस्टर
देश में Omicron (BA2.75) के एक नए सब-वेरिएंट के आने से केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। इस मामले में आज विशेषज्ञों के साथ एक अहम बैठक होनी है। चिंता की बात यह है कि देश में अभी तक केवल 4.80 करोड़ (5.11%) लोगों ने ही कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज ली है जबकि छह महीने पहले 63.19 करोड़ लोगों ने वैक्सीन की दूसरी खुराक ली है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कई लोगों में टीकाकरण के 6 महीने बाद इम्युनिटी कम होने लगती है। कोविड-19 वर्किंग ग्रुप पर गठित नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन के चेयरमैन डॉ. नरेंद्र अरोड़ा ने कहा कि इसी वजह से बूस्टर/रोकथाम खुराक की अवधि 9 माह से घटाकर 6 माह की गई है।
बूस्टर खुराक लेने वाले 48 मिलियन लोगों में से 4.176 मिलियन 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और स्वास्थ्य देखभाल / फ्रंटलाइन कार्यकर्ता हैं। केवल 18 से 59 वर्ष की आयु के 62.64 लाख लोगों ने बूस्टर खुराक ली है। आज की बैठक को लेकर अरोड़ा ने कहा कि बीए.2.75 का सब-वेरिएंट कितना संक्रामक है, अब बैठक में निगरानी और जीनोम सर्विलांस कैसे किया जाए, इस पर चर्चा होगी. हालाँकि, अभी तक एक से अधिक मामले दर्ज नहीं किए गए हैं, इसलिए इस स्तर पर चिंता की कोई बात नहीं है।
विशेषज्ञ ने कहा-
जहां प्राकृतिक संक्रमण ज्यादा है वहां बूस्टर डोज की जरूरत नहीं है। जब तक मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत न हो, तब तक संक्रमण कोई बड़ी बात नहीं है।