हरिक जयंती पर 60वां स्थापना दिवस मनाएगी आईआईटी कानपुर
विश्वविख्यात राष्ट्रीय संस्थान आईआईटी कानपुर 2 नवंबर को अपना 60 वा स्थापना दिवस मनाएगी। इस ख़ास मौके पर आयोजित होने वाले विशेष समारोह के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री, रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ मौजूद होंगे। इस कार्यक्रम में विशिष्ट पूरछात्रों एंव इंस्टिट्यूट फेलोज को उनकी उपलब्धियों और राष्ट्र विकास में उनके योगदान हेतु सम्मानित किया जायेगा।
सम्मान और सौभाग्य की बात
आईआईटी कानपुर के 60 वर्ष पूरे होने पर केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा कि ‘‘देश में इंजीनियरिंग शिक्षा के क्षेत्र में आईआईटी अग्रणी संस्थान थे और इन्होने इन वर्षों में प्रतिभाओं के मजबूत वैज्ञानिक एवं तकनीकी आधार के निर्माण में योगदान दिया है और हमारे राष्ट्र के विकास में अहम योगदान दिया है।” हीरक जयंती समारोह में अपनी मौजूदगी को उन्होंने खुद के लिए एक सम्मान की बात बताया।
गौरतलब है कि इसरो के मानद विशिष्ट परामर्शदाता और आईआईटी कानपुर के बोर्ड ऑफ़ गवर्नर के चेयरपर्सन डाॅ. कोप्पिलिल राधाकृष्णन ने भी संसथान के 60 वर्ष पूरे होने को एक सम्मान और उपलब्धि बताया। संस्थान को सहयोग के लिए उन्होंने सरकार का धन्यवाद भी किया।
ख़ास है आईआईटी कानपुर
बता दें कि 2 नवंबर 1959 को स्थापित आईआईटी कानपुर इस देश में स्थापित होने वाला चौथा आईआईटी है। यह देश में लगातार शीर्ष रैंकिंग वाले संस्थानों में से एक है। हर साल यहाँ 6000 से ज़्यादा बच्चे इंजीनियरिंग की पढाई करते हैं। उल्लेखनीय है कि इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ती , सत्येन्द्र दूबे, अशोक सेन, सोम मित्तल, कृष्णमूर्ती सुब्रमण्यम आईआईटी कानपुर से ही पढ़े हुए हैं।