नूपुर शर्मा के समर्थन पर उदयपुर में कन्हैया लाल का रेता गला, सचिन पायलट ने कही ये बात
राजस्थान में उदयपुर जिले के धानमंडी थानाक्षेत्र में मंगलवार को दिनदहाड़े कथित तौर पर नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर एक टेलर कन्हैया लाल की बीच बाजार सिर कलम कर हत्या कर दी गई।
राजस्थान में उदयपुर जिले के धानमंडी थानाक्षेत्र में मंगलवार को दिनदहाड़े कथित तौर पर नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर एक टेलर कन्हैया लाल की बीच बाजार सिर कलम कर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद बढ़े तनाव के बाद पूरे उदयपुर जिले में 24 घंटों के लिए इंटरनेट बंद करने के साथ ही शहर के सात थाना क्षेत्रों में मंगलवार रात आठ बजे से अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सचिन पायलट ने इस घटना पर दुख जताते हुए शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की है।
सचिन पायलट ने ट्वीट कर कहा, ”उदयपुर में युवक की निर्मम और दिल दहलाने वाली हत्या की घटना अत्यंत दुखद एवं निंदनीय है, मैं इसकी भर्त्सना करता हूं। इस अमानवीय कृत्य को अंजाम देने वाले अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। मैं सभी से अपील करता हूं कि शांति और भाईचारा बनाए रखें।”
उनसे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी जनता से शांति बनाए रखने और वीडियो साझा नहीं करने की अपील की थी। गहलोत ने कहा कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। पुलिस पूरी सतर्कता के साथ इस पर काम कर रही है।
कन्हैया लाल की हत्या करने वाले दोनों आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहम्मद रियाज और मोहम्मद गौस के रूप में हुई है। दोनों ही उदयपुर के सूरजपोल क्षेत्र के रहने वाले हैं। पुलिस ने इन दोनों ही आरोपियों को राजसमंद जिले में भीम से गिरफ्तार किया है, जो कि उदयपुर से करीब 160 किमी दूर है।
इस घटना के बाद उदयपुर के डीएम ताराचंद मीणा के आदेश पर सात थाना क्षेत्रों- धानमंडी, घंटाघर, हाथीपोल, अंबामाता सूरजपोल, भूपालपुरा और सवीना मेंमंगलवार रात आठ बजे से कर्फ्यू लगा दिया गया है।
डीएम के मुताबिक, इस दौरान स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए दो अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, एक पुलिस उपमहानिरीक्षक, एक पुलिस अधीक्षक, राजस्थान पुलिस सेवा के 30 अधिकारियों और पांच आरएसी की कंपनियों को उदयपुर भेजा गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) हवा सिंह घुमरिया ने कहा कि राज्य स्तर पर अलर्ट जारी किया गया है और रेंज पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक को एहतियात के तौर पर गश्त बढ़ाने और गतिशीलता बढाने के लिये कहा गया है।