सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में बड़ा खुलासा, लॉरेंस बिश्नोई ने खोले कई बड़े राज
कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला की कराई हत्या, तीन महीने पहले रची थी साजिश
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मेंं लॉरेंस बिश्नोई ने बड़ा खुलासा किया है। बता दे कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की पूछताछ में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने बताया कि उसके कहने पर ही कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या कराई है। हत्या की साजिश तीन महीने पहले रची गई थी। लॉरेंस के गिरोह के शार्प शूटर मौके की तलाश में घूम रहे थे। हालांकि, आरोपी लॉरेंस बिश्नोई पूछताछ में ज्यादा सहयोग नहीं कर रहा था। स्पेशल सेल ने लॉरेंस बिश्नोई व रोहित मोई को मंगलवार को पांच दिन के रिमांड पर लिया था। स्पेशल सेल के विशेष पुलिस आयुक्त एचजीएस धारीवाल व डीसीपी राजीव रंजन लॉरेंस बिश्रोई से बुधवार को कई घंटे पूछताछ की। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि मोहाली में पिछले साल सात अगस्त को उनके गिरोह के सदस्य विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या कर दी गई थी। विक्की की हत्या के आरोपी सिद्धू मूसेवाला के यहां ठहरे थे। इसी का बदला लेने के लिए मूसेवाला की हत्या की गई।
तीन महीने पहले की गई हत्या की साजिश- Crime News
पुलिस की जांच में ये बात भी सामने आई कि सिद्धू मूसेवाला दविंदर बंबीहा को सपोर्ट कर रहा था। वह अपने हर गाने में बंबीहा का जिक्र करता था। हत्या का कारण म्यूजिक इंडस्ट्री का करोड़ों रुपये का बिजनेस भी है।स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश करीब तीन महीने पहले रची गई थी। बिश्नोई ने गोल्डी बराड़ से बात कर सिद्धू का काम तमाम करने के लिए कहा था।80 पुलिसकर्मी व कमांडो की देखरेख में हो रही है पूछताछ मूसेवाला की हत्या के बाद उत्तर भारत में गैंगवार की आशंका बढ़ गई है। ऐसे में लॉरेंस से कड़ी सुरक्षा में रोहिणी स्थित स्पेशल सेल के कार्यालय में पूछताछ हो रही है।कार्यालय में 80 से ज्यादा पुलिसकर्मी 24 घंटे तैनात किए गए हैं। इनमें स्पेशल सेल, रोहिणी स्पेशल स्टाफ के पुलिसकर्मी व दिल्ली पुलिस के कमांडो शामिल हैं। सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही है।
सिग्नल एप से करता था बात लॉरेंस बिश्नोई
लॉरेंस बिश्नोई ने पिछले कुछ महीने से तिहाड़ जेल में मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया है। ऐसे में पुलिस इस बात का पता कर रही है कि उसने गोल्डी बराड़ को मूसेवाला की हत्या के लिए कैसे निर्देश दिए थे। हालांकि कुछ महीने पहले तक लॉरेंस तिहाड़ में मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा था और वह सिग्नल एप से बात कर रहा था।
पूछताछ में ज्यादा सहयोग नहीं कर रहा था बिश्नोई
स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लॉरेंस शुरुआत में पूछताछ में ज्यादा सहयोग नहीं कर रहा था। पुलिस से पूछताछ के दौरान शुरू में तो लॉरेंस ने कहा कि उसका मूसेवाला की हत्या से कोई लेना-देना नहीं है। लॉरेंस खुद को सोशल मीडिया पोस्ट से भी अलग कर रहा है, जिसमें उसके गिरोह के सदस्य गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी। असल में लॉरेंस और गोल्डी बराड़ हर बार नए शूटर्स का इस्तेमाल करते हैं ताकि पुलिस उन तक आसानी से न पहुंच सके।
ये भी पढ़ें-सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में 6 लोग हिरासत में, पिता ने किया ये दावा