आम क्या वजन भी कम करता है, जानें इसके क्या-क्या है फायदे
आम के सेवन से वजन कम होता है या नहीं, एक दिन में कितने आम खाना सेहत के लिए ठीक होता है
लखनऊ: फलों के राजा आम का बेसब्री से इंतजार रहता है. आम ना सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि स्वास्थ्यवर्धक भी होता है. इस फल की ढेरों वेरायटी होती हैं और सभी के अलग-अलग स्वाद होते हैं. रसीला फल आम कई तरह के पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है. इसमें मौजूद बायोएक्टिव कम्पाउंड हेल्थ को लाभ पहुंचाते हैं. आम के नियमित सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. साथ ही दिल, पाचन, आंखों, दिमाग आदि को भी स्वस्थ रखता है. कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाता है आम. इतना ही नहीं आम वजन भी कम करता है. आइए जानते हैं आम के सेवन से वजन कम होता है या नहीं, एक दिन में कितने आम खाना सेहत के लिए ठीक होता है.
आम में पाए जानें वाले पोषक तत्व
आम में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं जैसे कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट्स, फैट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, शुगर, प्रोटीन, ऊर्जा, फोलेट, कॉपर, विटामिंस जैसे विटामिन ए, बी-6, बी-12, सी, ई, विटामिन के, विटामिन डी, जिंक, फॉस्फोरस, पोटैशियम, फाइबर, नियासिन, थियामिन आदि.
जानें आम खाने से वजन होता है कम
टीओआईमें छपी एक खबर के अनुसार, आम वजन कम करता है या नहीं, इस पर एक्सपर्ट्स की अलग-अलग राय है. कुछ का कहना है कि आम में कई ऐसे पोषक तत्व और गुण मौजूद होते हैं, जो वजन घटाने में मदद करते हैं, लेकिन कुछ इस बात से सहमत नहीं हैं और कहते हैं कि वजन कम करने के लिए आम का सेवन ठीक नहीं है. चूंकि, ये फल दूसरे मौसम में उपलब्ध नहीं होता, इसलिए लोग गर्मियों में इसे बहुत अधिक मात्रा में सेवन करने लगते हैं, जो सेहत के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है.
एक अध्ययन के अनुसार, 12 सप्ताह तक 27 प्रतिभागियों ने 100 किलो कैलोरी युक्त ताजे आमों का सेवन किया. इनमें ब्लड ग्लूकोज, सी-रिएक्टिव प्रोटीन में कमी पाई गई और कुल एंटीऑक्सीडेंट क्षमता में उल्लेखनीय रूप से वृद्धि देखी गई. इतना ही नहीं, आम के सेवन के बाद शरीर के वजन, फैट प्रतिशत, इंसुलिन या लिपिड प्रोफाइल, ब्लड प्रेशर में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं हुआ. स्टडी में अधिक वजन और मोटापे से ग्रस्त वयस्कों में कार्डियोमेटाबॉलिक रिस्क फैक्टर्स आम के सेवन के बाद जरूर देखने को मिला. कुछ अन्य विशेषज्ञों का भी कहना है कि आम खाने से वजन कम नहीं, बल्कि बढ़ता है. दरअसल, आम में उच्च कैलोरी और कार्ब अधिक होता है, जो वजन बढ़ाता है.
डायबिटीज में आम खाना चाहिए
डायबिटीज रोगी भी आम खा सकते हैं, लेकिन बहुत अधिक मात्रा में नहीं, सीमित मात्रा में वरना शुगर लेवल बढ़ने का रिस्क रहता है. डॉक्टर्स इसलिए भी मधुमेह में आम कम खाने की सलाह देते हैं, क्योंकि इस फल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत अधिक होता है. इसमें 51 ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो कम है, लेकिन नॉन-डायबेटिक फूड्स से इसकी तुलना करें, तो यह काफी ज्यादा है. ऐसे में डायबिटीज मरीजों को एक्सपर्ट यही सलाद देते हैं कि 55 से अधिक ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें.कुछ लोगों को आम इतना पसंद होता है कि वे एक दिन में 5-6 आम खा जाते हैं, लेकिन ऐसा करना सही नहीं है. खासकर, डायबिटीज, मोटापे से ग्रस्त रोगियों को आम के सेवन से पहले एक्सपर्ट की सलाह ले लेनी चाहिए. विशेषज्ञों के अनुसार, प्रतिदिन 2 कप या 350 ग्राम से कम आम का सेवन करना चाहिए. 100 ग्राम में लगभग 60 कैलोरी होती है और एक पूरे आम में लगभग 202 कैलोरी होती है.