इकबाल मिर्ची के साथ गठजोड़ में फंसे प्रफुल्ल पटेल, ईडी ने की लंबी पूछताछ
सीजे हाउस और इक़बाल मिर्ची की पत्नी से समझौते के मामले में एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल पटेल से शुक्रवार को 12 घंटे तक पूछताछ की गई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को यह पूछताछ मुंबई स्थित ईडी के दफ्तर में की। इस दौरान ईडी अधिकारियों ने बताया कि फ्रफुल्ल पटेल और आसिफ मेमन के बीच करोड़ों की डील हुई थी। ईडी अगले हफ्ते एक बार फिर प्रफुल पटेल से पूछताछ करेगी।
प्रफुल पटेल से दाऊद इब्राहिम के करीबी इकबाल मिर्ची के साथ कथित लैंड डील को लेकर हुई पूछताछ का नतीजा अभी बताया नहीं गया है। हालाँकि पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि उनकी कंपनी और मेमन के बीच किसी प्रकार का लेनदेन नहीं हुआ है। बता दें कि इकबाल मिर्ची की साल 2013 में मौत हो गई थी। ईडी ने कोर्ट में कहा कि वर्ली की संपत्तियां इकबाल मिर्ची की हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 2000 करोड़ रुपये हो सकती है।
ये है मामला
गौरतलब है कि आसिफ इकबाल मिर्ची का बेटा है और वर्ली में प्रफुल्ल पटेल की कंपनी द्वारा बनाए गए 14000 वर्गफीट की प्रीमियम हाई-उदय प्रोपर्टी के मालिकों में से एक है। वहीँ ईडी का आरोप है कि पटेल के परिवार की तरफ से प्रमोटेड कंपनी और इकबाल मिर्ची के बीच डील हुई थी। आरोप है कि इस डील के जरिए मिलेनियम डिवेलपर्स को मिर्ची का वर्ली स्थित प्लॉट दिया गया था। प्लॉट पर मिलेनियम डिवेलपर्स ने 15 मंजिला कमर्शियल और रेजिडेंशल इमारत बनाई है।
इसलिए हो रही है जांच
वहीं इसका इस्तेमाल आतंकी फंडिंग के लिए की गई। इसकी शुरुआती डील 225 करोड़ की थी, जिसमें सनब्लिंक डेवलेपर्स और जॉय कंस्ट्रक्शन के साथ इकबाल मिर्ची का नाम शामिल है। इस मामले में बिंद्रा और हारून युसुफ ने इकबाल मिर्ची के सहयोगी की तरह खुद को पेश किया है। इसलिए प्रवर्तन निदेशालय ने रंजीत बिंद्रा को हिरासत में लिया था। रंजीत बिंद्रा पर आरोप है कि उसने भूमि सौदे में बिचौलिए का काम किया था।