भतीजे अखिलेश यादव के खिलाफ अपनी पार्टी को तैयार कर रहे शिवपाल यादव, बनाए 4 नए उम्मीदवार
भतीजे अखिलेश यादव के खिलाफ अपनी पार्टी को तैयार कर रहे शिवपाल यादव
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव में सपा की करारी हार के बाद सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव व उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के मनमुटाव जारी है. इसी कड़ी में काफी लम्बे टाइम से प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गईं हैं. इन्ही अटकलों के बीच पीएसपीएल प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने अपनी ही पार्टी को मजबूत बनाने के ओर इशारा किया है. हाल ही में उन्होंने अपनी पार्टी के लिए अपनी विधानसभा 199 जसवंतनगर में शामिल चार ब्लॉक में प्रतिनिधियों की घोषणा की है. इसको लेकर उन्होंने सीडीओ को एक पत्र भी जारी कर दिया है. माना जा रहा है कि शिवपाल भाजपा में पार्टी का विलय करने के बजाए अब इसे ही संगठन के तौर पर सपा के मुकाबले मजबूत बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.
शिवपाल यादव प्रसपा को बना रहे मजबूत
जानकारी के मुताबिक शिवपाल सिंह यादव व उनके भतीजे अखिलेश यादव के बीच विधानसभा चुनाव के बाद सियासी टकराव जारी है. शिवपाल सिंह जसवंतनगर विधानसभा से सपा के सिंबल पर विधायक चुने गए हैं. इसी के बाद अब उन्होंने इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा के बेहतर काम काज के लिए 4 प्रतिनिधि बनाए हैं जो सभी यादव जाति से ही आते हैं.
इस सिलसिले में शिवपाल सिंह यादव ने इटावा के मुख्य विकास अधिकारी के नाम अपने लैटर पैड पर एक पत्र भी जारी किया है. इस पत्र में उन्होंने बसरेहर ब्लॉक में अपने बहनोई डॉ.अर्जेंट सिंह यादव, जसवंतनगर ब्लॉक के लिए अनुज यादव मोंटी, सैफई ब्लॉक के लिए डॉ.अरविंद यादव व ताखा ब्लॉक के लिए ध्रुव कुमार यादव को अपना प्रतिनिधि बनाया है.
शिवपाल सिंह यादव के इस कदम को लेकर के ऐसा कहा जा रहा है कि वह सपा के मुकाबले अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए ऐसा कर रहे हैं. अभी तक शिवपाल यादव को लेकर अटकलें थीं कि वह बीजेपी में जा सकते हैं. यूपी विधानसभा चुनाव के बाद चाचा शिवपाल व भतीजे अखिलेश में दूरियां एक बार फिर से देखने को मिल रही हैं, इसी के चलते शिवपाल सिंह यादव के भाजपा में शामिल होने की लगातार अटकलें जारी हैं.