मोदी और आनंदी बेन पटेल के बीच क्या है रिश्ता!
एक देश का प्रधान मंत्री, एक प्रदेश की गवर्नर, दोनों ही अपने रिश्तों के लिए बहुत मशहूर रहें है , दोनों जन्म और कर्म भूमि भी एक ही रही है जहां एक साथी जाता है वहीं दूसरा उसका
एक देश का प्रधान मंत्री, एक प्रदेश की गवर्नर, दोनों ही अपने रिश्तों के लिए बहुत मशहूर रहें है , दोनों जन्म और कर्म भूमि भी एक ही रही है जहां एक साथी जाता है वहीं दूसरा उसका हाथ थाम के पीछे पीछे आता है हम बात रहें है देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वर्तमान उत्तर प्रदेश की गवर्न आनंदीबाई पटेल की। कौन है अनादीबई पटेल , क्या है मोदी और आनंदीबाई पटेल के रिश्ते? क्यों नरेंद्र मोदी आनंदीबाई पटेल पे इतना भरोसा करते है तो आइए आज ज़रा बात की तेह तक जाते है! आनंदी बई पटेल पहले एक स्कूल की प्रिंसिपल थी , उस दौर में आनंदीबाई पटेल ने अपनी स्कूल की लड़कियों को पानी में डूबते हुए बचाया था ये बात सुर्ख़ियो में आ गई , गुजरात में उस कांग्रेस के अमर सिंह चौधरी की सरकार थी ,उन्होंने इस वीर अध्यापक को पुरस्कार से नज़वा। आनंदीबाई पटेल के चर्चाओं में आने के बाद भाजपा ने उन्हें शामिल करने का सोचा साल 19 सतासी में आनंदी बई को भाजपा ने गुजरात महिला मोर्चा का अध्य्क्ष बना दिया उसके बाद उनका राजनेतिक जीवन आरंभ हो गई थी, इसके बाद वो उत्तर प्रदेश कि शिक्षा मंत्री भी रही अपने बचपन के दौर में आनंदीबाई पटेल और नरेंद्र मोदी एक ही स्कूल में पढ़ते थे , और ये स्कूल का साथ राजनीत की दुनिया में भी एक साथ आ गया , भाजपा ने गुजरात में विकास का नरा दिया था और विकास का सबसे बड़ा चेहरा था नरेंद्र मोदी और वो कहते है ना हर कामयाब मर्द के पीछे एक औरत का हाथ होता है ठीक वैसे ही गुजरात के साषण काल में आनंदीबाई पटेल ने नरेंद्र मोदी का हर कदम पे साथ दिया इसी का फल मिला आनंदीबाई पटेल को जब 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधान मंत्री बने तो जाते जाते उन्होंने अपनी पद्धति आनंदीबाई पटेल को दे दी और आनंदीबाई पटेल गुजरात की मुख्यममंत्री बन गई , जब प्रधानमंत्री ने उत्तरप्रदेश में बनारस से सांसद पद जीती तब मोदी जी ने आनंदी बेन को यूपी का गवर्नर बना दिया , ताकि उत्तरप्रदेश में मोदी की नज़र रहे , मोदी मित्र मंडल में हमने बस अमित शा का नाम सुना था लेकिन आनंदी बेन अमित शाह से भी ज़्यादा खास लगती है , अब खराब ये भी आ रही h की मोदी आनंदी बेन को दिल्ली में भी ला रहे है आखिर क्या रिश्ता है मोदी और आनंदीबेन का ,क्यों इतना खास व्यहवार करते है नरेंद्र मोदी आनंदी बेन के साथ, तो आपको मै बता दू की आनंदी बेन नरेंद्र मोदी कि मुंह बोली बेहेन लगती है, कई सालो से आनंदी बेन नरेंद्र मोदी को राखी बांधते आई है! दोनों के बीच के रिश्ते काफ़ी मजबूत है मोदी कि सबसे भरोसेमंद है आनंदी बेन पटेल, पहले गुजरात और अब उत्तरप्रदेश खबर आ रही है कि आनंदी बेन दिल्ली कि खबर भी मोदी तक पहुंचेंगी, आनंदी बेन राजनीत की दुनिया ने अपना हर कदम फुक फुक के रखती है और हर कदम से पहले हामी नरेंद्र मोदी की ज़रूर लेती है , नरेंद्र मोदी को आनंदी बें का गोड फादर भी कहते है , दोनों एक ही प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके है तो जायस दोनों के विचार भी मिलते झूलते होंगे झूलते है , तभी इसे जोड़ी की चर्चा हर जगह होती है।