अखिलेश यादव के आह्वान पर 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती पर सभी लोग दीप जला अर्पित करेंगे श्रद्धांजलि
अखिलेश यादव के आह्वान पर 14 अप्रैल को दीप जलाकर सभी लोग अम्बेडकर जो अर्पित करेंगे श्रद्धांजलि
लखनऊ: नेता प्रतिपक्ष व सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के आह्वान पर 14 अप्रैल 2022 को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर सपा के सभी पदाधिकारी,कार्यकर्ता,नेता हर शहर, जिले,कस्बे,गांव में शाम को अपने घरों, दुकानों,दफ्तरों एवं अन्य स्थानों पर स्मृति दीप जला श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
जानकारी के मुताबिक सपा प्रमुख अखिलेश यादव हमेशा सोशल मीडिया के जरिए सीएम योगी पर हमला बोलते रहते हैं. उन्होंने योगी के बुलडोजर वाली कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा है कि क्या वैध अवैध का नियम दल देखकर लगाया जाएगा? उनके बयान पर यूजर्स ने भी रिएक्शन दिया है.
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के आह्वान पर 14 अप्रैल 2022 को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर सपा के सभी पदाधिकारी,कार्यकर्ता,नेता हर शहर, जिले,कस्बे,गांव में शाम को अपने घरों, दुकानों,दफ्तरों एवं अन्य स्थानों पर स्मृति दीप जला श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 10, 2022
देखें अखिलेश यादव का ट्वीट
सपा सुप्रीमों ने एक खबर की कटिंग शेयर की है. इस खबर के अनुसार लखनऊ के जानकीपुरम विस्तार में नहर रोड पर बिना नक्शे के बनी इमारत को एलडीए की टीम तोड़ने पहुंची तो उन्हें पता चला कि या किसी भाजपा कार्यकर्ता का है. जिसके बाद एलडीए बिना कार्रवाई के ही वापस लौट आई है. इसी खबर के जरिए अखिलेश ने निशाना साधते हुए लिखा कि जनता पूछ रही है कि प्रदेश भर में भाजपा से समृद्ध लोगों के अनगिनत अवैध निर्माणों पर बुलडोजर क्यों नहीं चल रहा है.
जनता पूछ रही है कि प्रदेश भर में भाजपा से संबद्ध लोगों के अनगिनत अवैध निर्माणों पर बुलडोज़र क्यों नहीं चल रहा है।
सवाल ये है कि अवैध निर्माणकर्ता भाजपाइयों को कौन बचा रहा है और किसलिए बचा रहा है।
वैध-अवैध के नियम क्या दल देखकर लगाए जाएंगे? pic.twitter.com/8SumhQC1Zw
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 9, 2022
इतना ही नहीं इसके साथ अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर सवालिया निशान खड़े करते हुए लिखा कि सवाल ये है, अवैध निर्माणकर्ता भाजपाइयों को कौन बचा रहा है और किसलिए बचा रहा है. वैध अवैध का नियम दल देखकर लगाया जाएगा.