चुनाव बाद पहली बार कन्नौज पहुंचे अखिलेश, बदला हुआ दिखा अंदाज
लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बावजूद उनका कन्नौज कनेक्शन कायम
लखनऊ: सपा प्रमुख अखिलेश यादव बुधवार को कन्नौज आए तो उनका रुतबा बदला हुआ था। कभी यहीं से सांसद रहते हुए मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे थे। यह पहली बार है कि वह अपनी कर्मभूमि में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर पहुंचे थे। चार घंटे से ज्यादा समय तक पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं संग बैठक करके यह संदेश भी दिया कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बावजूद उनका कन्नौज कनेक्शन कायम है।
बता दे कि जब अखिलेश बुधवार को कन्नौज आए तो अंदाज काफी बदला हुआ था। काफी समय बाद यह पहली बार था कि वह पार्टी कार्यालय में चार घंटे से भी ज्यादा समय तक रहे हों। वह भी सिर्फ पार्टी पदाधिकारियों व जिले भर से आए कार्यकर्ताओं के बीच। बारी-बारी से कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान उन्होंने न सिर्फ उनकी बात सुनी, बल्कि यह संदेश भी दिया कि वह अब भी कन्नौज से उतना ही लगाव रखते हैं। भविष्य का सियासी संकेत देते हुए उन्होंने कार्यकर्ताओं से हिम्मत न हारने और डटे रहने की नसीहत देते हुए कहा कि चुनाव में सभी ने खूब मेहनत की, लेकिन कुछ कमियों ने कामयाबी नहीं मिलने दी।
आते ही बारी-बारी से शुरू हुई बैठक
बुधवार की दोपहर निर्धारित समय ठीक 12:30 बजे यहां पहुंचे अखिलेश यादव ने आते ही पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलना शुरू कर दिया। बारी-बारी से जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, बीडीसी सदस्य, नगर पालिका व नगर पंचायतों के चेरमैन और सभासद से मिलकर उनकी बात सुनी। अलग-अलग कार्यकर्ता व पदाधिकारियों से भी मुलाकात की। अपने साथ मौजूद एमएलसी उम्मीदवार हरीश यादव को कार्यकर्ताओं से रूबरू कराकर डटकर वोट करने को कहा।
ईद के बाद होगी नतीजों की समीक्षा
अखिलेश यादव ने कहा कि जिले में तीनों विधानसभा सीट पर मिली हार की क्या वजह रही, इसकी समीक्षा ईद बाद होगी। अभी नवरात्र और रमजान चल रहा है। ईद के बाद कार्यकर्ताओं से मिलकर नतीजों की बारीकी से समीक्षा होगी। जो भी कमियां सामने आएंगी उन्हें दुरुस्त कर फिर से मजबूत तैयारी की जाएगी। इस बहाने उन्होंने कार्यकर्ताओं को यह भी इशारा दिया कि जिसे कुछ कमियां बतानी हों, वह बता सकता है।
कार्यकर्ताओं को दी नसीहत
अखिलेश जब कार्यकर्ताओं से रूबरू थे तो कुछ अति उत्साही कार्यकर्ता या पदाधिकारी ने चेहरा चमकाने की कोशिश की। बीच में टोकाटाकी करने पर अखिलेश खफा भी हुए। अमूमन गांव से जुड़े कार्यकर्ताओं से उनकी बात सुनी। बीच में टोकने वाले को डांट भी पड़ी। जिन कार्यकर्ताओं का फीडबैक सही नहीं मिल रहा था, उसे सामने आने पर सभी की सामने डांट भी पिलाई। उनका यह अंदाज कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का विषय रहा। अखिलेश यादव के सामने कई अहम चेहरे मौजूद रहे। तीनों सीट से चुनाव लड़े उम्मीदवार, अनिल दोहरे, अरविंद दोहरे और अनिल पाल के अलावा, पूर्व विधायक ताहिर हुसैन, कन्नौज नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन हाजी रईस अहमद, पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव, जय तिवारी बउअन, युवजन सभा के प्रदेश महामंत्री नाजिम खां, हसीब हसन, इंद्रेश यादव, श्याम सिंह यादव मौजूद रहे।