40 बीघा खेत में गेहूं जलकर खाक, अखिलेश यादव ने उठाई आवाज़
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले का सज्ञान लेते हुए त्वरित कार्यवाही का निर्देश दिया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के चंदौली स्थित चकिया कोतवाली क्षेत्र के बरौझी तथा सिकंदरपुर गांव के सिवान में शुक्रवार को बिजली की तारों में शार्ट सर्किट होने के कारण उड़ी चिंगारी से गेहूं की खड़ी फसल में आग लग गई और देखते ही देखते लगभग 40 बीघा फसल को आग ने अपने आगोश में ले लिया. आसपास के ग्रामीणों और किसानों ने अग्निशमन टीम के साथ मिलकर लगभग 2 घंटे की मेहनत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया. इस दौरान किसान अपनी उपज जलता देख रोने लगे. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश इस मामले को लेकर ट्वीट करते हुए सरकार से इसकी भरपाई को लेकर सवाल पूछा है तो वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी मामले का सज्ञान लेते हुए त्वरित कार्यवाही का निर्देश दिया है.
बता दे कि बरौझी तथा सिकंदरपुर के किसानों का खेत सिवान में है. शुक्रवार की दोपहर ढाई बजे अचानक खेतों के ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन तार में हवा के कारण शार्ट सर्किट होने लगा, जिससे छिटकी चिंगारी ने खेतों में लगभग सूख चुकी गेहूं की फसल धू-धूकर जलने लगी. देखते ही देखते पूरा सिवान आग की आगोश में आ गया, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने प्रभारी कोतवाल गिरीश राय को दी. इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस विभाग की टीम और फायर ब्रिगेड के साथ मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में लग गए. पुलिस और ग्रामीणों की मदद से इस विकराल आग पर काबू पाया जा सका. हालांकि तब तक सिकंदरपुर तथा बरौझी गांव के एक दर्जन से ऊपर किसानों की फसल जलकर खाक हो चुकी थी.
इस घटना ने अब राजनीतिक रंग भी ले लिया
आगलगी की इस घटना ने अब राजनीतिक रंग भी ले लिया है. शुक्रवार रात अखिलेश यादव ने इस घटना से जुड़ा एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, जिसमें लिखा है कि चंदौली के सिकंदरपुर गांव, थाना चकिया में आग लगने की घटना अत्यंत दुःखद है. सरकार बताये कि इस दुर्घटना में हुए नुकसान की भरपाई आखिर कौन करेगा?
इस पूरे मामले का सीएम ने भी सज्ञान लिया
वहीं इस पूरे मामले का सीएम ने भी सज्ञान लिया है. सीमा योगी ने प्रशासन को सख्त निर्देश देते हुए 24 घंटे में किसानों को राहत देने के निर्देश जारी किए हैं. बाद में सूचना मिलने पर राजस्व विभाग की टीम के साथ लेखपाल भी मौके पर पहुंचे तथा आग से पीड़ित किसानों की जली फसल का आकलन किया. लेखपाल के अनुसार अग्निकांड में मनोज यादव, पन्ना पाल, भोला मौर्या, झनाटू, अवनीश पटेल, संजय पटेल, अमर सिंह, राममोहन सोनकर सहित दर्जनों किसानों की फसल नष्ट हुई है, जिसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है.